Maharashtra News Today: महाराष्ट्र के अकोला पुलिस प्रशिक्षण केंद्र की 30 महिला प्रशिक्षु दूषित पानी के कारण पीलिया की चपेट में आ गईं. घटना की सूचना मिलते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार (30 मार्च) को यह जानकारी दी. 


अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (प्रशिक्षण) राजकुमार भाटकर ने मामले की पुष्टि की और कहा कि महिला प्रशिक्षु का चिकित्सा खर्च पुलिस बल वहन करेगा. भाटकर ने दिन में प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया था. इस मामले के संबंध में राजकुमार भाटकर ने कहा, "घटना की जांच शुरू हो गई है, जो शायद दूषित पानी या दूषित भोजन के कारण हुई होगी."


30 महिला प्रशिक्षुओं की हालत बिगड़ी
इस घटना को लेकर महाराष्ट्र में सियासत तेज हो गई है. विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरे और विधान पार्षद अमोल मितकारी ने मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की. प्रदेश में गृह विभाग संभाल रहे उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को लिखे पत्र में नीलम गोरे ने कहा कि दूषित पानी पीने के बाद 30 मार्च को कुछ महिला प्रशिक्षुओं की हालत बिगड़ गई. 


'ढिलाई करने वालों की जानी चाहिए सख्त कार्रवाई'
महाराष्ट्र विधान परिषद के उपसभापति नीलम गोरे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से पत्र के जरिये घटना का जिक्र करते हुए कहा, "उनमें से 30 प्रशिक्षुओं को पीलिया हो गया है. इस घटना की जांच होनी चाहिए और प्रशिक्षण केंद्र का नियमित निरीक्षण होना चाहिए. अगर किसी की ओर से ढिलाई हो तो सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए." 


एनसीपी ने की एसाआईटी जांच की मांग
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अजित पवार गुट के विधान पार्षद अमोल मितकारी ने भी मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) से कराने की मांग की. अमोल मितकारी ने जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.


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