मुंबई में महंगाई ने लोगों के जेब पर धावा बोल दिया है. महंगाई ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है. सब्जियों के दामों में आग लगी हुई है. सब्जियों की बढ़ती कीमत ने एक आम मुंबईकर की जेब भी ढीली करनी शुरु कर दी है. मुंबई के लोग इधर सब्जी खरीद कर लाते हैं उधर रसोई गैस के दाम बढ़ जाते हैं. इस तरह से खाद्य तेल से लेकर सभी जरुरी खाने के सामान में बढ़ती दरें ने घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है. 


महंगे पेट्रोल-डीजल और ट्रांसपोर्टेशन से बढ़ी महंगाई
बांद्रा के पाली मार्केट में सब्जी खरीदने आए लोगों को एक साधारण नींबू 20 रुपये का एक मिल रहा है. यहां एक सब्जी बेचने वाले शख्स ने कहा, 'मिर्च 80-100 रुपये से बढ़कर 160-200 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. जबकि बेमौसम हरी मटर 200 रुपये में मिल रही है." सब्जियों के दामों में यह वृद्धि बढ़ती गर्मियों और पेट्रोल-डीजल के दामों की उच्च लागत की वजह से महंगे ट्रांसपोर्टेशन के कारण हो रहा है.


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नींबू महंगाई की सूची में सबसे ऊपर
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पूरे मुंबई भर में, सभी सब्जियों के औसत दाम 60-80 रुपये थी, लेकिन पहले की तुलना में अब बढ़कर 80-120 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. खार मार्केट के किराना व्यापारी राजा पाटिल ने कहा, "नींबू, जो 10-15 रुपये में बिक रहा है, यह महंगी सूची में सबसे ऊपर है. गाजर 40-60 रुपये से बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जबकि फ्रेंच बीन्स की कीमत 200 रुपये प्रति किलोग्राम है. पालक और धनिया के छोटे गुच्छे पहले के 10 रुपये के बिकते थे जो अब 20 रुपये में बिक रहे हैं."


खार मार्केट के एक दूसरे सब्जी विक्रेता ने कहा कि गर्मियों में हमेशा अच्छी पैदावार की कमी देखी जाती है. उदाहरण के लिए, हल्के हरे 'बॉयलर' फ्रेंच बीन्स अभी बाजार में नहीं आए हैं इसलिए मौजूदा स्टॉक महंगा हो गया है. मांग आपूर्ति से ज्यादा है.


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