महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट के 22 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के आदित्य ठाकरे के दावे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि कल कोई यह भी कह सकता है कि आदित्य ठाकरे के 20 विधायक हैं और वे भी बीजेपी के साथ जुड़ने वाले हैं. किसी के कहने से कुछ नहीं होता. हमें शिंदे सेना के विधायकों को अपने पास लाकर क्या करना है?

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सीएम फडणवीस ने साफ तौर से कहा, ''शिंदे गुट की शिवसेना बीजेपी की मित्र पार्टी है. वही असली शिवसेना है. बीजेपी मित्र दल के विधायकों को तोड़ने की राजनीति नहीं करती है. इसके उलट, शिवसेना मजबूत हो इसके लिए हम उनके साथ खड़े हैं. आने वाले समय में शिवसेना, बीजेपी और हमारी महायुती और भी मजबूत दिखाई देगी.”

आदित्य ठाकरे ने क्या किया था दावा?

आदित्य ठाकरे ने दावा किया था कि शिंदे गुट के 22 विधायक बीजेपी में आने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा था, ''22 विधायक महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के करीब आ गए हैं और पाला बदलने के लिए तैयार हैं. उन्होंने सीएम की धुन पर नाचना शुरू कर दिया है.''

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वंदे मातरम् देश की स्वतंत्रता का मंत्र- देवेंद्र फडणवीस

महाराष्ट्र के सीएम ने संसद में वंदे मातरम् को लेकर हुई चर्चा पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, ''वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की स्वतंत्रता का मंत्र है, राष्ट्रवाद का मंत्र है. वंदे मातरम गाते हुए कई स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी फांसी पर चढ़ गए, लेकिन उफ तक नहीं कहा. यह एक महामंत्र है. इस महामंत्र ने आम नागरिक को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा. इसके 150 वर्ष पूर्ण होने पर संसद में चर्चा होना स्वाभाविक है.''

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि आज (08 दिसंबर) महाराष्ट्र विधानसभा में सभी सदस्यों ने पूरा वंदे मातरम् गाकर गीत को नमन किया. उन्होंने कहा कि अगले अधिवेशन में विधानसभा में भी वंदे मातरम पर चर्चा होगी.

ठाकरे के वंदे मातरम् वाले बयान पर क्या बोले CM?

हाल ही में आदित्य ठाकरे ने कहा था कि वंदे मातरम के नारे पर रोक लगा दी गई है और अब केवल बीजेपी के नारे ही लगाने होंगे. इस पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा, “वंदे मातरम पर कभी भी बैन नहीं लगा. वंदे मातरम पर जो भी प्रहार हुए, उसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. कांग्रेस ने ही प्रस्ताव पास कर वंदे मातरम को काटा और केवल आधा भाग गाने का नियम किया. आज आदित्य ठाकरे उसी कांग्रेस के गले लगकर घूमते हैं. उन्हें बीजेपी से नहीं, कांग्रेस से सवाल पूछना चाहिए.” उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के शासन में हमेशा वंदे मातरम् का सम्मान हुआ है.