महाराष्ट्र सरकार ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) को मुंबई के सायन इलाके में लगभग 2 एकड़ BMC की जमीन 30 साल की लीज पर देने को मंजूरी दे दी है। इस जमीन का इस्तेमाल सिर्फ मेडिकल और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए किया जा सकेगा। सरकार के शहरी विकास विभाग ने यह फैसला हाल ही में जारी सरकारी प्रस्ताव के जरिए किया है। इस विभाग की कमान डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के पास है.

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क्या है पूरा मामला?

सायन में स्थित यह प्लॉट करीब 7,658 वर्ग मीटर का है और काफी समय से खाली पड़ा था। सरकार ने इसे लीजहोल्ड कैटेगरी में बदलकर VHP को देने का निर्णय लिया है। इसके लिए VHP को एकमुश्त 9.7 करोड़ रुपये प्रीमियम देना होगा।

इसके अलावा हर साल 10,186 रुपये किराया तय किया गया है, जो 25 जून 2025 से अगले 30 सालों तक लिया जाएगा। जमीन पर डेवलपमेंट कंट्रोल एंड प्रमोशन रूल्स 2034 लागू होंगे और किसी भी हालत में यह जमीन मेडिकल और एजुकेशनल इस्तेमाल से बाहर नहीं जा सकेगी। BMC को इस शर्त की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है।

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स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए दी गई जमीन

सरकार का कहना है कि इस जमीन का उद्देश्य स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी सुविधाओं को बढ़ावा देना है। VHP ने यहां मेडिकल और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए प्रस्ताव दिया था, जिसके बाद फाइल आगे बढ़ी और GR जारी किया गया। सरकार ने साफ कहा है कि अगर शर्तों का पालन नहीं हुआ तो कार्रवाई की जा सकती है।

पहले भी दी जा चुकी है जमीन

यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले अक्टूबर 2023 में राज्य कैबिनेट ने 74 करोड़ रुपये कीमत की लगभग 6,320 वर्गमीटर जमीन वीर सावरकर चैरिटेबल ट्रस्ट को शैक्षणिक उपयोग के लिए लीज पर देने की मंजूरी दी थी। यह मंजूरी Sion-Koliwada के BJP विधायक कैप्टन तमिल सेलवन के अनुरोध के बाद मिली थी।

VHP को तय नियमों के अनुसार जमीन पर मेडिकल या एजुकेशनल प्रोजेक्ट तैयार करना होगा. BMC यह देखेगी कि निर्माण और उपयोग पूरी तरह नियमों के तहत ही हो. सरकार का मानना है कि इससे सायन इलाके में स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी सुविधाएं बढ़ेंगी.