Maharashtra News: राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी में डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) ने बोलने से परहेज किया या उन्हें बोलने नहीं दिया? इस तरह के सवाल चर्चा में बने हुए हैं. दरअसल, कार्यक्रम में मंत्री दीपक केसरकर, मंत्री चंद्रकांत पाटिल के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार के बोलने की उम्मीद थी, लेकिन राज्यपाल रमेश बैस (Ramesh Bais) सीधे बोलने के लिए खड़े हो गए. उस समय सभी को लगा कि प्रोटोकॉल तोड़ दिया गया है. राज्यपाल का भाषण खत्म होने के बाद धन्यवाद ज्ञापन दिया. इससे हर कोई हैरान रह गया.


मंच कोई भी हो, अजित पवार अपने अनोखे अंदाज में अपनी बात रखते हैं. राष्ट्रीय बाल विज्ञान मेले में ऐसा क्या हुआ? अजित पवार उस मंच पर क्यों नहीं आए? क्या उन्होंने बोलने से परहेज किया या उन्हें बोलने नहीं दिया गया?  राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT), महाराष्ट्र स्कूल शिक्षा एवं खेल विभाग और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा 50वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. राज्यपाल ने कहा कि देश भर से विभिन्न संस्थानों और छात्रों ने इसमें भाग लिया जो कि एक विज्ञान का उत्सव बन गया है. 


30 दिसंबर तक जारी रहेगी प्रदर्शनी
उधर, डिप्टी सीएम अजीत पवार, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव रंजीत सिंह देवल, एनसीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. श्रीधर श्रीवास्तव, स्कूल शिक्षा आयुक्त सूरज मांद्रे, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक अमोल येडगे कार्यक्रम में मौजूद रहे. इस प्रदर्शनी में छात्र, शिक्षक, अभिभावक, विभिन्न हितधारकों के साथ-साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोग आने वाले हैं. प्रदर्शनी में कई राज्यों के विद्यार्थियों ने भाग लिया है. इसके अलावा नवीन शैक्षिक विचार प्रवाह, सफलता की कहानियों और सफल पहल के लिए राज्य के चयनित 25 हॉलों के माध्यम से विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों को भाग लेने का अवसर दिया गया है. प्रदर्शनी 30 दिसंबर तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक जारी रहेगी.


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