पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट कमेटी ऑफ सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की. इस बैठक के बाद शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने सरकार से मांग की है कि दिल्ली श्रीनगर कटरा वंदे भारत ट्रेन सेवा को तुरंत शुरू किया जाना चाहिए. दरअसल, 19 अप्रैल को इसका उद्घाटन होना था लेकिन इसे आगे बढ़ा दिया गया है.
संजय राउत ने एक्स पर किया पोस्ट
संजय राउत ने एक्स पर पोस्ट किया, "दिल्ली श्रीनगर कटरा वंदे भारत ट्रेन 19 अप्रैल को प्रधानमंत्री के हाथों उद्घाटन के लिए निर्धारित थी. आज हजारों पर्यटक कश्मीर में फंसे हुए हैं विमान कंपनियां लूट रही हैं. ये ट्रेन सेवा तुरंत शुरू की जानी चाहिए, ताकि हजारों पर्यटक अपने राज्यों में लौट सकें."
CCS की बैठक में क्या-क्या फैसले हुए?
- जबतक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद बंद नहीं करता तब तक तत्काल प्रभाव से सिंधु जल संधि स्थगित रहेगा.
- सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने अटारी में एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया.
- भारत में सभी पाकिस्तानी मिलिट्री अटैच अवांछित घोषित.
- भारत ने पाकिस्तान में तैनात अपना मिलिट्री अटैच को वापस बुलाने का फैसला किया.
- पाकिस्तानी नागरिकों को दक्षेस वीजा (SAARC Visa) छूट योजना के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
- पाकिस्तान के सैन्य अताशे के पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का वक्त है.
- भारत और पाकिस्तान के उच्चायोगों कर्मियों की कुल संख्या में और कटौती करके उसे वर्तमान 55 से घटाकर 30 किया जाएगा.
आतंकियों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम
पुलिस ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादियों के बारे में सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की है. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की शुरुआती जांच से संकेत मिला है कि घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादियों की संख्या पांच से सात के बीच हो सकती है, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षित कम से कम दो स्थानीय आतंकवादियों से मदद मिली थी. हमले में बिजबेहरा निवासी आदिल थोकर उर्फ आदिल गुरी की भूमिका सामने आई है, जिसकी पहचान इसमें मारे गए एक पर्यटक की पत्नी ने की.
अधिकारियों का मानना है कि आदिल 2018 में पाकिस्तान चला गया था, जहां उसने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से हथियारों का प्रशिक्षण हासिल किया और फिर हमलों को अंजाम देने के लिए भारत लौट आया.
अधिकारियों के मुताबिक, शुरुआती जांच से पता चला है कि मंगलवार को बैसरन में चार आतंकवादियों ने पर्यटकों को कतारों में खड़ा कर उन पर नजदीक से गोलियां चलाईं, जबकि कम से कम एक से तीन आतंकवादियों को रणनीतिक रूप से यह देखने के लिए तैनात किया गया था कि सुरक्षाबल तो नहीं आ रहे.