नवी मुंबई के सीवुड्स क्षेत्र में गुजरात से BJP के एक विधायक के दफ्तर के बाहर गुजराती में लगाए गए डिस्प्ले बोर्ड को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) द्वारा कड़ी आपत्ति जताए जाने बाद मराठी में बदल दिया गया. मनसे ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और इसे न बदलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी. MNS पदाधिकारियों ने कहा कि यह ऑफिस गुजरात के रापर से विधायक वीरेंद्रसिंह बहादुरसिंह जडेजा के जनसंपर्क अधिकारी का है.

विधायक के नाम और निर्वाचन क्षेत्र का जिक्र करने वाले डिस्प्ले बोर्ड सिर्फ गुजराती भाषा में होने की शिकायत के बाद, मनसे के नवी मुंबई शहर सचिव सचिन कदम और अन्य कार्यकर्ता गुरुवार (17 जुलाई) को सीवुड्स के सेक्टर 42 स्थित कार्यालय में स्पष्टीकरण मांगने गए. हालांकि, उन्हें दफ्तर अंदर से बंद मिला.

साइनबोर्ड पर मराठी न लिखने पर MNS ने जताई थी आपत्ति

सचिन कदम ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘‘कई स्थानीय निवासियों ने साइनबोर्ड पर मराठी न लिखे होने पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद हमने कार्रवाई शुरू की. यह मराठी भाषा का अपमान है, जिसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. हम सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना नहीं चाहते. हमारी एकमात्र मांग यह है कि नवी मुंबई में मराठी भाषा और संस्कृति का सम्मान किया जाए ताकि सभी लोग शांति से रह सकें.’’

गुरुवार देर रात बदला गया डिस्पले बोर्ड

उन्होंने गुरुवार को चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘हमने बीजेपी के वरिष्ठ नेतृत्व को अपनी चिंताओं से अवगत करा दिया है और मांग की है कि शुक्रवार शाम तक मराठी को डिस्प्ले बोर्ड में शामिल किया जाए. हमें गुजराती या किसी अन्य भाषा के इस्तेमाल पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मराठी को महाराष्ट्र में उचित महत्व दिया जाना चाहिए. अगर 24 घंटे के भीतर मांग पूरी नहीं हुई, तो हम आक्रामक कार्रवाई करने पर मजबूर होंगे.’’ कदम ने शुक्रवार (18 जुलाई) को बताया, ‘‘डिस्प्ले बोर्ड गुरुवार देर रात बदला गया.’’