Maharashtra News: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ कानून को लेकर विपक्षी पार्टीयों पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपने बयान में महाराष्ट्र की सियासी हलचल का भी जिक्र किया है. उन्होंने अजित पवार और ठाकरे बंधुओं को घेरते हुए कहा कि जब वो एक हो सकते हैं तो मुसलिम समुदाय क्यों नहीं.

दरअसल, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की ओर से वक्फ कानून (Waqf Act) के विरोध में 27 अप्रैल को महाराष्ट्र के परभणी जिले में एक सम्मेलन आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मौजूद असदुद्दीन ओवैसी ने जोरदार संबोधन करते हुए कई विपक्षी दलों और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला.

ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय से की अपीलओवैसी ने अपने भाषण में वक्फ कानून को 'काला कानून' बताते हुए मोदी सरकार को इसे वापस लेने के लिए कहा. उन्होंने कहा, "अगर आप आज नहीं बोले तो कल नुकसान आपका ही होगा." उन्होंने वक्फ बोर्ड के अधिकारों में कटौती को मुसलमानों के खिलाफ साजिश करार दिया और मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे अपने हक की लड़ाई के लिए एकजुट हों.

जब ठाकरे भाई एक हो सकते हैं तो हम क्यों नहीं- ओवैसीओवैसी ने महाराष्ट्र की राजनीतिक हलचल का भी जिक्र किया. राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के बीच नजदीकियों पर भी ओवैसी ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे जैसे भाई एक हो सकते हैं, तो मुस्लिम समुदाय को भी एकजुट होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने अपने चाचा शरद पवार से अलग हुए अजित पवार पर भी तंज कसते हुए कहा कि ये ड्रामें बंद करें, इतना खिलाफ बोलने के बाद फिर से नजदिकियां बढ़ रही है.

इन पार्टियों पर भी साधा निशानासम्मेलन के दौरान ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चंद्रबाबू नायडू, अजित पवार, नीतीश कुमार और जयंत चौधरी पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने इन नेताओं पर मुसलमानों की समस्याओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि केवल चुनावी फायदे के लिए मुसलमानों का इस्तेमाल किया जाता है.

पाकिस्तान को चेतावनी और कश्मीर पर बयानओवैसी ने अपने भाषण में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान की आर्थिक नाकेबंदी करने की मांग की. उन्होंने कहा, "हमारे देश की सेना का जितना बजट है, उतना तो पाकिस्तान के पूरे देश का नहीं है. तुम हमें धमकी नहीं दे सकते. कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा."

गौरतलब है कि हाल ही में राज ठाकरे ने एक इंटरव्यू में कहा था कि महाराष्ट्र बड़ा है और उनके तथा उद्धव ठाकरे के बीच का विवाद कोई मायने नहीं रखता. वहीं उद्धव ठाकरे ने भी सकारात्मक संकेत देते हुए कुछ शर्तों के साथ साथ आने की इच्छा जताई थी. इसके बाद से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा एकता के समर्थन में पोस्टर और बैनर लगाए जा रहे हैं.