Mumbai News : मुंबई में एक एकाउंटेंट को फर्जी बिल जारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस एकाउंटेंट पर 1,000 करोड़ रुपए के फर्जी बिल बनाने का आरोप है. इतना ही नहीं एकाउंटेंट पर 181 करोड़ रुपए की इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) की धोखाधड़ी का भी आरोप है. 


सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स ( Central Goods and Services Tax) की मुंबई यूनिट ने मंगलवार को मुंबई के पालघर से गिरफ्तार किया है. विभाग के अधिकारी ने इस मामले को लेकर कहा कि विभाग का मानना है कि आरोपी व्यक्ति तो केवल इस नेटवर्क का एक छोटा हिस्सा है. इस मामले के नेटवर्क का बड़े स्तर पर होने की आशंका है. इस नेटवर्क के लोग निर्दोष लोगों को जीएसटी पंजीकरण प्राप्त करने का लालच देते हैं और फिर पहचान चुरा लेते हैं. 


एक अधिकारी ने बताया ''आंकड़ों के विश्लेषण से प्राप्त जानकारी के आधार पर मामले की जांच शुरू हुई. इसमें पता चला कि मेसर्स निथिलान एंटरप्राइजेज माल या सेवाओं की प्राप्ति के बिना फर्जी बिल जारी करके गलत तरीके से आईटीसी का लाभ उठाने और उसे देने में शामिल थी.''


एक बयान में कहा गया कि इस मामले में सबूतों को सामने रखने के बाद आरोपी एकाउंटेन्ट ने 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी बिल जारी करने और गलत तरीके से 181 करोड़ रुपये के आईटीसी का लाभ लेने की बात स्वीकार भी कर ली है. आरोपी को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 और धारा 132 तहत गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को स्थानीय अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. फिलहाल मामले की जांच जारी है.


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