मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के तेंदूखेड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता मंजीत घोसी को एक संयुक्त पुलिस टीम (दिल्ली और राजस्थान) ने देर रात उनके घर से हिरासत में लिया. उन्हें दिल्ली ले जाया गया है.
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, मंजीत घोसी ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बिहार चुनाव से जुड़े कुछ वीडियो और पोस्ट शेयर किए थे, जिनमें उन्होंने बीजेपी पर 'वोट चोरी' का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है कि जिन वीडियो का इस्तेमाल किया गया, वे कथित रूप से भ्रामक या असंबंधित थे, जिसके चलते अन्य राज्यों में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया था.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन
गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया. कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनीता पटेल तेंदूखेड़ा थाना पहुंचीं और पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने कहा, “देशभर में चुनाव को लेकर हजारों लोग लिख रहे हैं, लेकिन सिर्फ मंजीत घोसी को क्यों उठाया गया? यह कार्रवाई संदिग्ध है, इसकी जांच होगी और आवश्यकता पड़ने पर हम बड़ा आंदोलन करेंगे.”
उधर, पुलिस प्रशासन का कहना है कि कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है. एडिशनल एसपी संदीप भूरिया ने बताया, “मंजीत घोसी के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर दिल्ली और राजस्थान पुलिस की टीम उन्हें लेकर गई है. यह एक इंटर-स्टेट केस है और आगे की प्रक्रिया वहीं पूरी होगी.”
कांग्रेस कार्यकर्ता के परिवार को नहीं जानकारी
परिवार इस कार्रवाई से स्तब्ध है. मंजीत के भाई लक्ष्मीकांत घोसी ने कहा, “हमें कोई पूर्व जानकारी नहीं दी गई. अचानक घर पर पुलिस आई और मेरे भाई को उठा ले गई. हम अभी भी नहीं जानते कि उनकी गलती क्या है.”