Panchayat Chunav 2022: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में अजब एमपी की गजब कहानी देखने को मिली. बुधनी विधानसभा के अंतर्गत आनेवाली ग्राम पंचायत ससली में बकरी चराने वाली महिला सुलोचना बाई को निर्विरोध सरपंच चुन लिया गया. महिला सशक्तिकरण की अनूठी मिसाल पेश कर ग्राम ससली सुर्खियों में आ गया है. ससली के नाम की चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि सरपंच ही नहीं ग्राम पंचायत में सभी पंच भी अब केवल महिलाएं ही होंगी.


बकरी चराते हुए खेत में मिलीं नवनियुक्त महिला सरपंच


एबीपी न्यूज संवाददाता ने ग्राम पंचायत ससली का दौरा किया तो नवनियुक्त सरपंच सुलोचना देवी बकरी चराते हुए खेत में मिलीं. उन्होंने बताया कि मैं तो बकरी चराने का काम करती हूं. संवाददाता ने पूछा कि आप फिर पंचायत चलाने का दायित्व कैसे निभाएंगी. उन्होंने जवाब दिया कि अब पंचायत चलाने का अवसर मिला है तो लोगों का साथ भी मिलेगा. सुलोचना देवी ने कहा कि तीन घरों की बकरी चराकर परिवार का पालन पोषण करती हूं और आगे भी करती रहूंगी. सबसे महत्वपूर्ण बात कि सुलोचना देवी को गांव में प्रधानमंत्री आवास का लाभ भी नहीं मिला.


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महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बना ग्राम पंचायत


सुलोचना देवी पिता की तरफ से मिले मकान में रहती हैं. बुधनी विधानसभा के अंतर्गत ग्राम पंचायत ससली को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जवला योजना में अतिविशिष्ट प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित कर चुके हैं. ससली सीहोर जिले का पहला धुआं मुक्त घोषित होनेवाला गांव बना था. ग्राम पंचायत में लगभग 100 से अधिक मकान हैं. 100 मकानों में करीब 700 लोग निवास करते हैं. अब निर्विरोध सरपंच चुने जाने और पूरी ग्राम पंचायत में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बनने से पंचायत समरस घोषित हुई है. देखने वाली बात होगी कि ग्रामवासियों की उम्मीदों को पूरा करने में सुलोचना देवी जैसी गरीब मजदूर महिला कितना सफल हो पाती हैं.


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