Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) को एक सितंबर 2021 से लेकर 15 सितंबर 2022 तक रिकॉर्ड 81 करोड़ रुपये से अधिक की आय हुई है, जो पिछले साल इस अवधि के दौरान हुई आय से दोगुनी से अधिक है. यह आय श्रद्धालुओं द्वारा अर्पित की गई भेंट और अन्य मदों से अर्जित की गई है. महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इस मंदिर की सभी व्यवस्थाएं जिलाधिकारी की अध्यक्षता में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा श्रद्धालुओं द्वारा दिए जाने वाले दान से संचालित की जाती हैं.



क्या कहा महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध ने?
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि मंदिर प्रबंधन समिति को एक सितंबर 2021 से लेकर 15 सितंबर 2022 तक विभिन्न स्रोतों से 81,00,71,006 रुपये की कुल आय हुई है, जिनमें श्रद्धालुओं से दान में प्राप्त राशि, लड्डू प्रसाद की बिक्री से हुई आय और धर्मशाला से प्राप्त आय शामिल हैं. श्रद्धालुओं द्वारा दान पेटियों से प्राप्त राशि 53.30 करोड़ रुपये है, जबकि लड्डू प्रसाद की बिक्री से प्राप्त राशि 27.25 करोड़ रुपये और धर्मशाला से प्राप्त आय 45.25 करोड़ रुपये शामिल हैं. धाकड़ ने बताया कि एक सितंबर 2020 से 30 अगस्त 2021 तक महाकालेश्वर मंदिर की 40,45,49,665 रुपये की कुल आय हुई थी.


Madhya Pradesh: MP के पूर्व विधायक किशोर समरीते को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार, ये हैं आरोप

11 अक्टूबर को पीएम कर सकते हैं महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर के प्रथम चरण का लोकार्पण
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 11 अक्टूबर को महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर के प्रथम चरण का लोकार्पण करेंगे. महाकाल मंदिर विस्तारीकरण प्रोजेक्ट का काम करीब 750 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. इसके तहत पहले चरण में महाकाल पथ, रूद्र सागर का सौंदर्यीकरण, विश्राम धाम आदि काम पूरे किए जा चुके हैं. इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी बीते जून में लोकार्पण करने उज्जैन पहुंचने वाले थे, लेकिन कुछ कारणों के चलते कार्यक्रम नहीं हो सका था.


MP Politics: एमपी में कांग्रेस को फिर बगावत की आशंका, बागी नेताओं के लेकर कमलनाथ ने कही ये बात