Rewa News: 14 महीने की उम्र में जब छोटे बच्चे अपने रिश्तेदारों को नहीं पहचान पाते हैं. उस उम्र में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा के एक बच्चे ने 26 देशों के झंडे पहचान कर विश्व रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया है. यशस्वी (Yashasvi) नाम के इस बच्चे के अभिभावकों की मानें तो अब वह लगभग 194 देशों के झंडे और राजधानी के बारे में भी जानकारी देने में सक्षम है. रीवा जिले की गुढ़ तहसील में रहने वाले संजय मिश्रा के घर यशस्वी ने जन्म लिया था. जब वह चार-पांच महीने का था, उसी समय से उसकी मेमोरी काफी तेज थी.

 

यशस्वी के पिता संजय मिश्रा के मुताबिक 6 महीने की उम्र में वह एक बार जो चित्र देख लेता था, उसे पल भर में पहचान लेता था. जैसे-जैसे उसकी उम्र बढ़ती गई, वैसे-वैसे उसकी प्रतिभा और भी निखरती चली गई. 25 फरवरी 2022 को लंदन की संस्था ने जब यशस्वी का ऑनलाइन टेस्ट लिया तो वह 26 देशों के झंडे को पहचानने में सफल रहा. इसके बाद उसका नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है. अभिभावकों का कहना है कि अब यशस्वी 15 महीने का हो चुका है और उसकी मेमोरी और भी ज्यादा तेज हो गई है. वह कई देशों की राजधानी भी पहचान लेता है. इसके अलावा लगभग 194 देशों के झंडे पहचानने में सक्षम है.

 

गूगल ब्वॉय और सर्च इंजन के नाम से हुआ फेमस

 

सोशल मीडिया पर यशस्वी के वीडियो जमकर वायरल हो रहे हैं. उसे रीवा और आसपास के इलाके के लोग 'सर्च इंजन' और 'गूगल ब्वॉय' के रूप में पहचान रहे हैं. 15 माह की छोटी सी उम्र में जबरदस्त याददाश्त ने यशस्वी को दूसरे बच्चों से बिल्कुल अलग कर दिया है. अभिभावकों को भी यशस्वी से काफी उम्मीदें हैं. अभिभावकों का कहना है कि यशस्वी की याददाश्त असाधारण है. वह जैसे-जैसे बड़ा होगा, वैसे-वैसे याददाश्त और भी तेज होने की उम्मीद है.

 

3 मिनट में पहचान लिए 26 देशों के झंडे

 

यशस्वी ने महज 3 मिनट के भीतर 26 देशों के झंडे पहचान लिए. जैसे ही किसी देश का नाम बोला जाता है यशस्वी तुरंत उस देश के झंडे पर उंगली रख देता है. ऑनलाइन टेस्ट के दौरान यशस्वी ने एक भी गलत जवाब नहीं दिया. उस की अद्भुत क्षमता की वजह से लोग खूब प्रभावित हो रहे हैं.

 

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