MP Global Investors Summit 2023: 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bharatiya Sammelan 2023) में प्रवासी भारतीयों को मुख्य सभागार में प्रवेश नहीं दिए जाने पर काफी हंगामा छिड़ा था. इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी थी. वहीं, सम्मेलन के बाद अब इन्वेस्टर समिट में भी प्रवेश को लेकर बाहर से आए निवेशकों को एंट्री नहीं मिल सकी है. इसपर भी काफी देर तक हंगामा चलता रहा. अब इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.

दरअसल, मध्य प्रदेश शासन द्वारा आयोजित इन्वेस्टर्स समिट के शुभारंभ के समय जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली वहां मौजूद इन्वेस्टर्स को संबोधित कर रहे थे. वहीं, दूसरी ओर प्रदेश सरकार द्वारा बुलाए गए कुछ इन्वेस्टर्स को कार्यक्रम में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद नाराज निवेशकों ने प्रदेश सरकार पर पैसे लेकर बुलाने और प्रवेश नहीं दिए जाने के आरोप लगाए.

मंत्री से वन-टू-वन बैठक का किया गया था वादावहीं, मध्य प्रदेश के रतलाम से आए इन्वेस्टर मालवा चैंबर्स ऑफ कॉमर्स स्टेट सेक्रेट्री वरुण पाल ने कहा कि हम 47 लोगों से 2000 ओर कई से 6000 तक रुपये लिए गए हैं और बाहर खड़ा कर दिया गया है. कह रहे हैं आपकी एंट्री नहीं है. हमारा फोन भी उठाया जा रहा. वहीं, आरोप है कि करीब 47 उद्योगपतियों से 2-2 हजार रुपए लिए गए हैं. हम रतलाम, नीमच, मंदसौर से यहां आए हुए हैं. हमे आमंत्रित किया गया है. हमसे कहा गया थी कि मंत्री जी से आप पांच लोगों की वन टू वन मीटिंग कराएंगे. 15 मिनट का समय देंगेस लेकिन यहां मीटिंग तो दूर हमें कार्यक्रम में प्रवेश तक नहीं दिया जा रहा.

कांग्रेस भी बीजेपी सरकार पर हुई हमलावरवहीं, वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस भी मैदान पकड़कर हमलावर हो गई है. कांग्रेस के इंदौर के विधायक संजय शुक्ला ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा समिट में उद्योगपति और व्यापारियों को बुलाकर उन्हें प्रवेश नहीं देकर उनका अपमान है. उनसे रुपये ले लिए और प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. 

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