Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी बेटियां मेरा परिवार हैं. इनके सुख को ही मैंने अपना सुख माना है और इनके दुख को ही अपना दुख माना है. अपनी लाडली भांजियों की जिंदगी बदलने के लिए साल 2007 में मैंने लाडली लक्ष्मी योजना बनाई और तय किया कि मध्य प्रदेश की धरती पर अब बेटियां लखपति ही पैदा होंगी. लाड़ली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत प्रदेश की तीन लाख 33 हजार 842 लाड़ली बेटियों के खाते में सिंगल क्लिक के माध्यम से 107 करोड़ 67 लाख की छात्रवृत्ति राशि का अंतरण किया. मेरी लाड़ली बेटियों पढ़ो, लिखो और आगे बढ़ो. कोई डॉक्टर, कोई इंजीनियर, कोई अफसर बनो. 


इसलिए मैंने तय किया है कि लाडली बेटियों का एडमिशन मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईएम, लॉ आदि कॉलेजों में होगा तो फीस तुम्हारा मामा शिवराज भरवाएगा. 29 नवंबर 2005 को जब मैं मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहा था तो मैंने मन में संकल्प लिया कि मध्य प्रदेश की धरती पर बेटियों को बोझ नहीं बनने दूंगा. वहीं कार्यक्रम में सीएम ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाली लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को पुरस्कृत कर उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बहनों के कल्याण के लिए हमने लाड़ली लक्ष्मी बहना बनाई है. इसमें प्रतिमाह एक हजार यानी साल में 12 हजार और 5 साल में 60 हजार रुपये बहनों को प्रदान किया जाएगा. बहनों के सशक्तिकरण से ही परिवार सशक्त होगा. मैं बेटियों की पूजा करके ही किसी भी कार्यक्रम की शुरूआत करता हूं.


बेटियां बोझ नहीं, वरदान हैं
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बेटियां बोझ नहीं, वरदान हैं. ईश्वर की अद्भुत देन हैं. बेटी है तो कल है. बेटियां आगे बढ़ेंगी तो देश आगे बढ़ेगा. बेटियों के बिना दुनिया नहीं चल सकती. मेरी लाड़ली बेटियों आप अपने गांव और वार्ड में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करो. सभी अपने जन्मदिन पर पौधरोपण करें, इसके लिए भी लोगों से आग्रह करो. हम सबके प्रयास से हमारा समाज और प्रदेश व देश आगे बढ़ेगा. मध्य प्रदेश में महिला सशक्तीकरण का नया दौर प्रारंभ हुआ है. लाड़ली लक्ष्मी योजना, लाड़ली बहना योजना, प्रसूति योजना, गांव की बेटी योजना सहित अनेकों योजनाएं हमने शुरू की हैं. पुलिस भर्ती में 33 प्रतिशत का आरक्षण दिया ताकि बेटियां अपराधियों की अक्ल ठिकाने लगा सकें. कार्यक्रम के दौरान भोपाल की महापौर मालती राय भी मौजूद रहीं.



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