MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम मोहन यादव (Mohan  Yadav) ने शनिवार को बताया कि उनकी सरकार अयोध्या (Ayodhya) में अपने प्रदेशवासियों के ठहरने के लिए धर्मशाला बनवाएगी. इसके अलावा उनकी सरकार अयोध्या में विक्रमादित्य घाट बनाने पर भी विचार कर रही है. सीएम यादव ने बताया कि 4 मार्च को वह अपनी कैबिनेट के साथ अयोध्या जाकर श्री रामलला (Shri Ramlalla) के दर्शन करेंगे.


सीएम मोहन यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''22 जनवरी को पीएम मोदी और सरसंघचालक मोहन भागवत की मौजदूगी में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ. यह भारत का सांस्कृतिक अनुष्ठान पर्व था जिससे पूरे देश में ऊर्जा का वातावरण पैदा हुआ है. ऐसे में हमने मंत्रीमंडल के साथ चार मार्च को अयोध्या जाने का फैसला किया है. हम रामराज्य के सपने को साकार करने के लिए संकल्पित हैं और आगे बढ़ेंगे."


उन्होंने आगे कहा, "भगवान राम का मध्य प्रदेश से खास संबंध है. सम्राट विक्रमादित्य ने 2000 साल पहले अयोध्या में बड़ा भव्य मंदिर बनाया था. हमारी सरकार कोशिश करेगी कि न केवल रामलला के दर्शन करे बल्कि मध्य प्रदेश के लोगों के लिए भवन बनाकर धर्मशाला बनाने का प्रयास करे. अगर सरयू के किनारे भूमि उपलब्ध हुई तो हमारी सरकार विक्रमादित्य घाट बनाने का भी प्रयास करेगी.''






बीजेपी शासित राज्यों के मंत्रिमंडल का शेड्यूल तय
बता दें कि इस वक्त अयोध्या में बड़ी  संख्या में देशभर से लोग रामलला के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में यूपी की योगी सरकार द्वारा वीआईपी लोगों के अयोध्या आने को लेकर पहले जानकारी देने की बात कही गई है. इसलिए मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से जन्मभूमि ट्रस्ट को शेड्यूल भेज दिया गया है. बीजेपी शासित राज्यों की कैबिनेट के अयोध्या पहुंचने को लेकर पहले ही शेड्यूल तैयार कर लिया गया है जिसके तहत वे अयोध्या पहुंच रहे हैं.


हर प्रदेश की अलग-अलग तारीख तय की गई है. महाराष्ट्र, गोवा, असम, गुजरात, राजस्थान हरियाणा, उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड कैबिनेट के लिए फरवरी में अलग-अलग दिन तय किया गया था.


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