Chhindwara Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश की वीआईपी लोकसभा सीट छिंदवाड़ा पर 19 अप्रैल (शुकव्रार) की सुबह सात बजे से मतदान है. बीजेपी के विवेक साहू बंटी और कांग्रेस के नकुलनाथ के बीच कड़ा मुकाबला है. छिंदवाड़ा कांग्रेस के सीनियर नेता कमलनाथ का गढ़ कहा जाता है और यहां से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं. यह 29 ललोकसभा सीटों में इकलौती है, जो कांग्रेस के खाते में आती है.


बात करें, छिंदवाड़ा लोकसभा सीट की तो यह कमलनाथ परिवार की पारिवारिक सीट है. इस सीट से पहले कमलनाथ सांसद थे. वर्तमान में उनके बेटे नकुल नाथ इस सीट से सांसद हैं. छिंदवाड़ा जिले का गठन 1 नवंबर, 1956 को हुआ था. 


जानें छिंदवाड़ा का भूगोल
छिंदवाड़ा सतपुड़ा पर्वत शृंखला के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र पर स्थित है और 11,815 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता है. यह जिला दक्षिण में नागपुर जिले (महाराष्ट्र राज्य में), उत्तर में होशंगाबाद और नरसिंहपुर जिलों, पश्चिम में बैतूल जिले और पूर्व में सिवनी जिलों के मैदानी इलाकों से घिरा है. 


छिंदवाड़ा जिला मध्य प्रदेश राज्य में क्षेत्रफल (11,815 वर्ग किमी) में प्रथम स्थान पर है और राज्य के क्षेत्रफल का 3.85% है. जिले की कुल जनसंख्या 20.91 लाख है जिसमें पुरुष 10.64 लाख और महिलाएं 10.26 लाख हैं. 


छिंदवाड़ा सीट का जातीय समीकरण
वहीं, जातीय समीकरण की बात करें तो अनुसूचित जाति की जनसंख्या 2.32 लाख है (यानी कुल जनसंख्या की 11%). इसके अलावा, अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 7.70 लाख है (36.82%). छिंदवाड़ा आदिवासी बहुल जिला है और यहां आदिवासी समुदायों में गोंड, परधान, भारिया, कोरकू प्रमुख हैं. अधिकांश आदिवासी गोंडी और मराठी मिश्रित हिंदी भाषा में बात करते हैं.


जिले के सांस्कृतिक समारोहों/त्योहारों में पोला, भुजलिया, मेघनाथ, अखाड़ी, हरिज्योति आदि प्रसिद्ध हैं. पांढुर्णा का 'गोटमार मेला' अनोखा और प्रसिद्ध मेला है. हर साल शिवरात्रि के दिन 'चौरागढ़' पर 'महादेव मेला' मनाया जाता है. संतरे और मक्का जिले की प्रमुख उपजों में से हैं. जिले में कोयला खनन भी किया जाता है.


लोकसभा चुनाव 2024 के उम्मीदवार
मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा इकलौती सीट है जो अभी तक बीजेपी की पहुंच से बाहर रही है. इस बार पार्टी ने विवेक बंटी साहू पर भरोसा जताया है. वहीं, कांग्रेस ने दोबारा नकुलनाथ को टिकट दिया है.


छिंदवाड़ा लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे
जानकारी के लिए बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में यहां से कांग्रेस के नकुलनाथ ने जीत दर्ज कर संसद की सदस्यता हासिल की थी. यह कमलनाथ परिवार की पारिवारिक सीट है. इस सीट से पहले कमलनाथ सांसद थे. यह 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा जीती गई एकमात्र सीट थी. 


वहीं, बात 2023 या 2018 की विधानसभा सीटों की करें तो कांग्रेस ने सभी 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी.