एबीपी नेटवर्क के खास कार्यक्रम India @2047: Entrepreneurship Conclave में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आपकी महत्वाकांक्षा राज्य का सीएम बनने की है? इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी एक ही महत्वकांक्षा है अपने क्षेत्र और प्रदेश की जनता के दिल में स्थान पाना है.

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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "आप बड़े उद्योगपति बन जाओ, आप बड़े नेता बन जाओ, उसके आधार पर लोग याद नहीं करते. आप लोगों के दिल में स्थान पा पाओ, जिस दिन आप दुनिया को छोड़कर जाओगे, लोग आपको दुआ देंगे. वही हमारी जिंदगी की कामना होनी चाहिए. मैं इसी में विश्वास करता हूं और रोज इसी को जीता हूं."

आजाद भारत के सबसे प्रभावशाली प्रधानमंत्री कौन?

इस सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा, "मेरे लिए दो हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ग्वालियर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी."

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बीजेपी और सिंधिया परिवार के रिश्ते  को कैसे देखते हैं?

इस पर उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि एक ही रिश्ते की बात है क्योंकि इस संस्था को जीवित करने में मेरी दादी अम्मा का योगदान रहा."

राहुल गांधी को एक नेता के तौर पर कैसे देखते हैं?

इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "मैं क्या देखूं क्या फर्क पड़ता है. जनता ने अपना निर्णय दे दिया है."

आपकी राजनीति का उद्देश्य क्या है?

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "लोगों की जिंदगी में एक सुखद बदलाव लाना...अगर मेरे क्षेत्र से कोई व्यक्ति दिल्ली में इलाज के लिए आ रहा है और उस व्यक्ति का इलाज मैं करवा पाऊं, मेरे लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना महत्वपूर्ण एक्सप्रेस वे (ग्वालियर-आगरा) है."

आपके लिए सफलता की परिभाषा क्या है?

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "मेरे लिए सफलता की परिभाषा यही है कि अगर आप अपनी जिंदगी में किसी की जिंदगी को तब्दील कर पाओ. आप किसी भी पेशे में हों, तब न रुकें जब तक कि काम पूरा न हो जाए."