अपने अजब-गजब बयानों और प्रदर्शनों को लेकर आए दिन चर्चा में रहने वाले मध्य प्रदेश के श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार विधायक ने आवारा पशुओं की समस्या को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया. विधायक बाबू जंडेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता 500 से अधिक निराश्रित और आवारा गोवंश को 18 किलोमीटर तक हांककर कलेक्ट्रेट पहुंचे और समस्या के समाधान की मांग की.
दरअसल, गुरुवार (11 दिसंबर) को ये प्रदर्शन सुबह पांच बजे पांडोला गांव से शुरू हुआ. प्रदर्शन की सूचना मिलने पर प्रशासन अलर्ट हो गया और कलेक्ट्रेट का मुख्य गेट बंद कर दिया. विधायक जंडेल और अन्य कांग्रेसियों के पहुंचने पर, गेट बंद देखकर विधायक गेट पर चढ़ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
विधायक जंडेल ने गेट पर बैठकर ही ज्ञापन पढ़ा और प्रशासन को सौंपा. ज्ञापन में कहा गया कि श्योपुर जिले में आवारा पशुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं और सड़कों पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है. कई बार दोपहिया और चारपहिया वाहन चालक अचानक सामने आए पशुओं के कारण हादसों का शिकार हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा शुरू की गई गौशालाओं को फिर से शुरू किया जाए.
उन्होंने सभी आवारा पशुओं को इन गौशालाओं में रखने की व्यवस्था करने की अपील की. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि गौशालाओं के बंद या निष्क्रिय होने से ही यह समस्या बढ़ी है.
विधायक का आरोप है कि निराश्रित गोवंश गांवों में फसल बर्बाद कर रहे है. वहीं आवारा गौवंश की वजह से सड़क हादसों में बढ़ोतरी हो रही है. प्रदर्शन के दौरान विधायक जंडेल ने चेतावनी दी है कि यदि शासन-प्रशासन जल्द ही इस और ध्यान नहीं देते है तो वे इस प्रदर्शन के बाद अब सीएम डॉ मोहन यादव के निवास पर गौवंश के साथ प्रदर्शन करूंगा.
श्योपुर में आवारा गौवंश की समस्या को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान कलेक्ट्रेट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था भंग करने का आरोप कांग्रेस पर लगा है. शनिवार को कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल सहित कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, 11 दिसंबर को श्योपुर कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट कार्यालय के संयुक्त भवन का घेराव कर आवारा गायों को अनाधिकृत रूप से परिसर में घुसाने कराने का प्रयास कर रहे हैं. सूचना की पुष्टि और संभावित कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए थाना कोतवाली से पुलिस बल मौके पर पहुंचा.
मौके पर कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष मांगीलाल जाटव (फौजी), यूथ कांग्रेस अध्यक्ष रामभरत मीणा, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दौलतराम गुप्ता और कांग्रेस कार्यकर्ता जसवंत बछेरी सहित 10 से 14 अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे. पुलिस के मुताबिक, इन लोगों ने आवारा पशुओं को घेरकर जबरन कलेक्ट्रेट परिसर में दाखिल कराने की कोशिश की. मना करने के बावजूद वे नहीं माने और मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया.
सुरक्षा के मद्देनजर कलेक्ट्रेट के एंट्री गेट पर ताला लगाकर आवारा पशुओं से परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित की गई. हालांकि, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आवाजाही के रास्ते को रोककर कर मुख्य मार्ग पर चल रहे यातायात को प्रभावित किया. पुलिस बल द्वारा पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी की गई है.
कलेक्टर श्योपुर के आदेश के तहत भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के अंतर्गत कलेक्ट्रेट परिसर से 100 मीटर की परिधि में जुलूस, धरना, प्रदर्शन, सभा, नारेबाजी और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का इस्तेमाल प्रतिबंधित है. प्रारंभिक जांच में इस आदेश का उल्लंघन और भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 के तहत अपराध पाया गया.
इस मामले में कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल सहित नामजद नेताओं और अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. जांच का जिम्मा एएसआई शीतेंद्र सिंह को सौंपा गया है.
थाना सिटी कोतवाली के एसआई कमलेन्द्र सिंह का कहना है कि 11 दिसंबर को कांग्रेस विधायक सहित नेताओ और कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में गायों को प्रवेश कराने का प्रयास कर निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया था ,मामले में विधायक सहित 14 लोगो के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है.