Indore News: इंदौर में प्याज के उचित दाम नहीं मिलने से किसान परेशान नजर आ रहे हैं. मध्य प्रदेश की मंडियों में प्याज की बढ़ती आवक के कारण किसानों को मुनासिब दाम नहीं मिल रहा है. किसानों की शिकायत है कि प्याज कौड़ियों के भाव मंडियों में बेचना पड़ रहा है. दरअसल मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी इंदौर की चोइथराम में भी प्याज और लहसुन की आवक बढ़ गई है. आलू, प्याज थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष ने बताया कि फुटकर व्यापारी प्याज 15 से 20 रुपए किलो में बेच रहे हैं लेकिन किसानों को इसका दाम 5 किलो तक ही मिल रहा है.
किसानों को रुला रहा है प्याज का भाव
आलू, प्याज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग ने कहा कि फसल उत्पादन के बाद प्याज की अधिक कीमत के लिए स्टॉक कर लिया गया था लेकिन इस वर्ष प्याज की कीमतों में अधिक वृद्धि नहीं हुई है. स्टॉक किए गए प्याज जब खराब होने लगे तो किसान मंडियों में बेचने आ रहे हैं. उसकी वजह से मंडियों में प्याज की आवक बढ़ गई है. प्याज की आवक बढ़ने से फुटकर व्यापारी प्याज को 15 से 20 किलो तक में बेच रहे हैं जबकि किसानों को 5 रुपए किलो तक का भाव मिल रहा है. ऐसे में किसान फसल को कम भाव में बेचने को मजबूर हैं. उन्होंने बताया कि कहीं-कहीं कम भाव के चलते किसान प्याज को सड़कों पर भी फेंक रहे हैं.
शाजापुर से आए किसान राजेश पाटीदार का कहना है कि अच्छे दामों के इंतजार में प्याज सड़ चुका है. प्याज की ज्यादा आवक होने से उचित दाम नहीं मिल रहे हैं. लागत से भी कम भाव मिलने के कारण भाड़ा निकालना मुश्किल हो रहा है. इससे अच्छा है कि प्याज फेंक दिया जाए.
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