Indore News Today: इंदौर नगर निगम में फर्जी बिल घोटाले के मामले में मंगलवार (30 अप्रैल) को आईएमसी के एक और कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि अभी भी सहायक अभियंता अभय राठौड़ समेत दो अन्य आरोपी फरार हैं. 


एमजी रोड थाना प्रभारी विजय सिंह सिसौदिया ने बताया कि मंगलवार को पुलिस टीमों ने कई स्थानों पर छापेमारी और दबिश देकर आरोपी अभय राठौड़ की तलाश की गई, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली है.


कथित बिल घोटाले का मास्टरमाइंड फरार
इंदौर नगर निगम में कथित फर्जी बिल घोटाले का मास्टरमाइंड अभय राठौड़ अभी भी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. सोमवार (29 अप्रैल) को नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने फर्जी बिल घोटाले के सरगना सहायक अभियंता अभय राठौड़ को सस्पेंड कर दिया था. इस मामले में शामिल अन्य दो आरोपियों को सेवाएं कर दी गई हैं.


मेयर ने सीएम से मिलकर की थी शिकायत
इस कार्रवाई से पहले मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात कर सख्त कार्रवाई की मांग की थी. इस केस में अभय राठौड़, उदय भदोरिया और चेतन भदोरिया को घोटाले का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है. कार्रवाई करते हुए अभय राठौड़ को सेवा नियमों के अनुसार निलंबित कर दिया गया है जबकि उदय और चेतन को अनुबंध पर होने से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.


सीएम ने दिया हाई लेवल कमेटी बनाने का आश्वासन
सीएम डॉ मोहन यादव सोमवार शाम अक्षय कांति बम को बीजेपी की सदस्यता दिलवाने इंदौर आए थे. इंदौर मेयर ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से घोटाले की जानकारी दी और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी. मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव और शहरी विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मेयर पुष्य मित्र भार्गव को घोटाले की जांच के लिए हाई लेवल कमेटी बनाने का आश्वासन दिया था.


पुलिस ने क्या कहा?
एमजी रोड थाना प्रभारी विजय सिंह सिसौदिया ने बताया कि पूछताछ के दौरान मंगलवार को पुलिस टीमों ने कई स्थानों पर छापेमारी की. उन्होंने बताया कि आरोपी अभय राठौड़ की तलाश की जा रही है, लेकिन अभी तक पुलिस को सफलता नहीं मिली है.