Khelo India Youth Games: खेलो इंडिया युथ गेम्स में खेलने आए 18 वर्षीय सौम्यदीप सरकार का सपना सीनियर टेबल टेनिस में अपना नाम दर्ज कराना है. पश्चिम बंगाल के रहने वाले सौम्यदीप सरकार महज 6 साल से टेबल टेनिस में अपने हाथ आजमा रहे है. जो एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पदक विजेता, राष्ट्रीय चैंपियन और कई पुरस्कारों से सम्मानित किए जा चुके हैं. वे खेलों इंडिया गेम्स में भाग लेने के लिए इंदौर आए हैं.


सौम्यदीप सरकार को उनके माता-पिता ने 6 साल की उम्र में टेबल टेनिस से परिचित कराया था. उनके दादाजी एक अच्छे बैडमिंटन खिलाड़ी थे और उनके माता-पिता, विशेष रूप से पिता अपने बच्चे के लिए टेबल टेनिस में अच्छा प्रदर्शन करने का सपना देखते थे. सौम्यदीप अपने पिता की बहुत प्रशंसा करते हैं. उनका कहना है कि वे उनके पिता ही हैं जिन्होंने सिखाया है कि सच्ची खेल भावना क्या है और एक व्यक्ति को महान ऊंचाइयों तक क्यों पहुंचना चाहिए.


ऐसा रहा खेलो इंडिया के साथ अनुभव
सौम्यदीप का कहना है कि यह खेल कौशल कुछ ऐसा है जिसने वास्तव में उसे प्रेरित किया और उन्हें अपने जीवन में करियर के रूप में टेबल टेनिस को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है. उनका मानना था कि टेबल टेनिस के लिए प्यार देखने की बजाय खेलते हुए ही आता है. यह उनका चौथा खेलो इंडिया होगा. खेलो इंडिया यूथ गेम्स के पिछले संस्करण में उन्होंने दोनों में रजत पदक जीते हैं. सौम्यदीप खेलो इंडिया के अपने अनुभव को साझा करते हुए पूरी तरह से उत्साहित दिखाई देते है. इस बार वह लगातार चौथी बार भाग ले रहे है. उन्होंने बताया कि इस प्रकार के टूर्नामेंट एक बच्चे को आगे बढ़ने में जबरदस्त मदद कर सकते हैं और इस प्रकार के मंच राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और प्रमुख रूप से ओलंपिक की तैयारी प्रदान करते है. साथ ही ये एक बच्चे को आत्मविश्वास बढ़ाने, कौशल विकसित करने में भी मदद कर सकते है. 


एथलीट्स को दी खास नसीहत
सौम्यदीप के मुताबिक टेबल टेनिस ने उन्हें अनुशासन, दृढ़ता और निरंतरता सिखाई है. उनके अभ्यास की बात करें तो वह लगभग 8 से 9 घंटे अभ्यास कर रहे है और खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है. सौम्यदीप का कहना है कि एक एथलीट के रूप में हमेशा सकारात्मक रहना, खुद को हमेशा शारीरिक रूप से फिट और स्वस्थ शरीर रखना एक कठिन काम होता है. एक एथलीट को इस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता था. लेकिन खुद को उत्साही और दृढ़ रखकर वह हमेशा इन सभी चुनौतियों को पार करने की कोशिश करते है. उनका मानना है कि एक पिंग पोंग बॉल की तरह बनना चाहिए कि जितना कठिन वे तुम्हें फेंकेंगे तुम उतने ही ऊपर उठोगे.


सौम्यदीप के नाम हैं कई उपलब्धियां
सौम्यदीप भविष्य में सीनियर टेबल टेनिस खिलाड़ी बनने की इच्छा रखते हैं और हमारे देश को गौरवान्वित करना चाहते हैं. इस समय वह खेलो इंडिया युथ गेम्स और फरवरी में होने वाली राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भी इतिहास रचने की योजना बना रहे हैं. अपनी सफलता के लिए सौम्यदीप की प्रेरणा उनके माता-पिता और परिवारों का बिना शर्त समर्थन है. उन्हें उम्मीद है कि यह समर्थन टेबल टेनिस में एक सफल केरियर बनाने में उनकी मदद करेगा. बता दें कि सौम्यदीप सरकार ने 80वें राष्ट्रीय सब जूनियर टेबल टेनिस टूर्नामेंट में रजत पदक जीता था. वहीं चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप में कांस्य पदक, सिलीगुड़ी 2016, विजयवाड़ा 2017 में आयोजित 63वीं राष्ट्रीय खेल चैंपियनशिप में कांस्य पदक अपने नाम कर चुके है.


ये भी पढ़ें: Watch: मध्य प्रदेश में फिर इंसानियत शर्मसार, सीधी में परिजनों को नहीं मिली एंबुलेंस, हाथ ठेले से शव ले गए घर