Indore News: कुछ दिन पहले उज्जैन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रदेश के दो जिलों के मुख्यमंत्री को क्षिप्रा नदी के रखरखाव को लेकर सख्त निर्देश दिये थे. सीएम मोहन यादव ने उज्जैन और इंदौर के जिला कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा था कि क्षिप्रा नदी में किसी भी प्रकार का प्रदूषण स्वीकार नहीं किया जाएगा. उन्होंने ये आदेश आगामी मकर संक्रांति त्यौहार को लेकर दिया था, क्योंकि मकर संक्रांति पर बड़ी संख्या में आस्था को लेकर डुबकी लगाते हैं. मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि "नदी में जल शुद्ध होना होना चाहिए जिससे लोग स्नान कर सकें. ये आस्था का प्रश्न है, इसका ध्यान रखा जाए."


नदी में प्रदूष रोकने को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अहम निर्देश देते हुए कहा कि "जो भी नदी में केमिकल रिसाव करता है, उस फैक्ट्री या कारखाने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए." उनके इस आदेश का असर इंदौर में बुधवार (10 जनवरी) को देखने को मिला. प्रशासन बुधवार (10 जनवरी) इंदौर के 9 औद्योगिक कारखानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. कार्रवाई के दौरान इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने औद्योगिक इकाइयों के बिजली कनेक्शन काटने के निर्देश दिए हैं. यह निर्देश तब दिए गए जब इन औद्योगिक कंपनियों ने दी गई गाइडलाइन का पालन नहीं किया और नियम विरुद्ध कारखाने का केमिकल और जहरीला पानी नदी में प्रवाहित किया.


9 फैक्ट्रियों पर हुई कार्रवाई
इंदौर में राजस्व, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला उद्योग केंद्र के अधिकारियों की टीम द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित उन फैक्ट्रियों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जो लगातार औद्योगिक अपशिष्ट को सीधे नदियों में छोड़ रहे थे. इस दौरान उनके विद्युत कनेक्शन काटकर सील करने की कार्रवाई की गई. कुल 9 फैक्ट्रियों के बिजली कनेक्शन काटकर बंद कराया गया. जिन फैक्ट्रियों को बंद कराया गया, उनमें समता नगर पालदा स्थित मेसर्स सुप्रीम फूड प्रोडक्ट यूनिट 2, उद्योग नगर पालदा स्थित मेसर्स पेप्पे न्यूट्रिशन प्राइवेट लिमिटेड एवं मेसर्स सन इंडस्ट्रीज औद्योगिक क्षेत्र सांवेर रोड स्थित मेसर्स साईं मशीन टूल्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.


फैक्ट्रियों पर निरंतर जारी रहेगी कार्रवाई
इसके अलावा इंदौर के ग्राम बरदरी सांवेर रोड स्थित मेसर्स हर्षिता इंटरप्राइजेज, औद्योगिक क्षेत्र बरदरी स्थित मेसर्स संध्या एंटरप्राइजेज, औद्योगिक क्षेत्र सांवेर रोड स्थित मेसर्स विद्युत इलेक्ट्रोप्लेटर्स और औद्योगिक क्षेत्र लक्ष्मीबाई नगर स्थित मेसर्स कन्हैया डाइंग एवं मेसर्स मयूर डाइंग के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया गया. इस संबंध में कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि जिले में इस तरह की कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी. साल 2028 तक नदी और नालों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है. जिसके तहत नियमित रूप से अधिकारियों द्वारा उद्योगों का निरीक्षण किया जायेगा और निर्देशों का उल्लंघन करते हुए पाये जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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