MP New Liquor Policy: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने शनिवार को कहा कि प्रदेश सरकार ने नई आबकारी नीति (New Liquor Policy) में शराब पीने पर नैतिक प्रतिबंध (Ban) लगाया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि जन-कल्याण और विकास कार्यों के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है.


चौहान यहां रवींद्र भवन में प्रदेश की ‘मातृ शक्ति के सम्मान, सुरक्षा और हितों के अनुरूप आबकारी नीति’ लाने पर अपने अभिनंदन समारोह में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों (Public Places) पर शराब पीने पर रोक लगाई गई है. दुर्घटनाएं रोकने और समाज-सुधार की दृष्टि से यह बड़ा कदम है.’


CM शिवराज ने की उमा भारती की तारीफ


इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Former CM Uma Bharti) को मैं मां, बहन, बेटी और मित्र के रूप में देखता हूं. दीदी को कभी निराश नहीं करूंगा. माता-बहनों और बेटियों पर अत्याचार के खिलाफ मैंने और दीदी ने मिल कर कार्य किया है. इसी का परिणाम लाडली लक्ष्मी (Ladli Laxmi Scheme) और मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना है.


चौहान ने कहा, “मैं वर्षों से उमा दीदी के साथ काम करता आया हूं. दीदी जगत-कल्याण के लिए कार्य करती हैं. वे अन्याय कभी सहन नहीं करती हैं. समाज-सुधारक हैं. नशा मुक्ति, गाय की रक्षा और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही हैं. सरस्वती उनके कंठ में विराजमान हैं.”




लाडली योजना के तहत बहनों को मिलेंगे 1000 प्रतिमाह


सीएम शिवराज ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के माध्यम से बहनों के खाते में प्रतिमाह एक-एक हजार रूपए डाले जाएंगे. मैं दीदी के सुझावों पर हमेशा कार्य करूंगा. अच्छे कार्यों के लिए मुझे सदैव दीदी का आशीर्वाद मिलता रहा है और आगे भी मिलता रहेगा. उनकी प्रेरणा से ही मैं यह कार्य कर पाया हूं. बेटी और बहन के कल्याण के लिए बेहतर से बेहतर कार्य किए जाएंगे.


'मुख्यमंत्री ने मेरे मन की कामना पूरी की है'


वहीं इस अवसर पर उमा भारती ने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने नई आबकारी नीति लाकर ऐतिहासिक कार्य किया है. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, “नई नीति से मैं बहुत खुश हूं. मुझे आत्म-संतोष है. मुख्यमंत्री ने मेरे मन की कामना पूरी की है. ऐसी आबकारी नीति भारत के किसी भी राज्य में नहीं है.” भारती ने कहा कि नई नीति में शराब पीकर वाहन नहीं चला सकते हैं और न ही सड़क पर चल सकते हैं. यह नीति ऐसे हालात पैदा कर देगी कि लोग शराब छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे.


उमा भारती का पुलिसकर्मियों को निर्देश


उमा के मुताबिक समाज की मर्यादा रखने में यह नीति मील का पत्थर साबित होगी. नीति का पालन कराना प्रशासन के साथ जन-प्रतिनिधियों की भी बड़ी जिम्मेदारी है. इसके अलावा पुलिसकर्मियों का समर्थन करते हुए भारती ने कहा कि पुलिस को शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को बिना किसी डर के दंडित करना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो.


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