Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के छिन्दवाड़ा (Chhindwara) जिले की परासिया स्थित वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) के पेंच एरिया की बंद कोयला खदान में अवैध उत्खनन के दौरान मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गयी. हादसा खदान में जहरीली गैस के रिसाव से होने की आशंका है. पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान हर्रई स्कूल के समीप के निवासी 50 वर्षीय विक्रम धुर्वे और हर्रई ढाना निवासी 40 वर्षीय राजेश कुमरे के रूप में हुई है.


कैसे पता चला मृतकों का
दोनों रात को गांव से कोयला खुदाई का सामान लेकर निकले थे. सुबह जब वे घर नहीं लौटे तो राजेश कुमरे का भाई कमलेश दोनों की तलाश में निकला. कमलेश को रावनवाड़ा की 14 और 15 नम्बर की बंद कोयला खदान की चट्टानों में बनाई गई सुरंग के किनारे उनके जूते और कपड़े रखे मिले. वह सुरंग से अंदर गया तो पांच सौ मीटर दूर दोनों के शव दिखाई दिए. वापस आकर उसने घटना की सूचना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस और वेकोलि की रेस्क्यू टीम घटना स्थल पर पहुंची.


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शव निकालने में मशक्कत
परासिया की माइंस रेस्क्यू टीम ने मौके का निरीक्षण किया. पुरानी खदान की चट्टानों में बनाई गई सुरंग का रास्ता इतना छोटा था कि उसमें उपकरण लेकर जाना संभव नहीं था. टीम बिना उपकरणों के अंदर नहीं पहुंची. अंदर गए स्थानीय युवक भी खाली हाथ लौट आये. कोयला खदानों की जहरीली गैस के कारण खदान के अंदर से शव निकाले जाने का प्रयास सफल नहीं हो सका. शव को खदान के अंदर से बाहर निकालने के लिए कमलेश, राजकुमार और हेमंत अंदर गए. गैस के कारण वे भी शव बाहर नहीं ला सके.


रेस्क्यू अभियान में दिक्कत
एसडीओपी अनिल शुक्ला, शिवपुरी टीआई संजीव त्रिपाठी, एएसआई रामदास बैरागी टीम के साथ पहुंचे और शव को निकालने के लिए प्रयास किया. खदान में घुसने की जगह छोटी होने से रेस्क्यू अभियान में दिक्कत आयी. अंदर लेटकर घिसटते हुए ही जाना संभव था. बाद में शाम को रेस्क्यू टीम ने शव बाहर निकाले. बताया जाता है कि बन्द पड़ी कोयला खदानों में लोग थोड़े से लालच में कोयला निकालने चले जाते हैं. यहां बड़े पैमाने पर कोयले का अवैध उत्खनन किया जाता है.


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