Lok Sabha Election 2024: बीजेपी (BJP) लोकसभा चुनाव (Parliamentary Election 2024) को लेकर कमर कस ली है. पार्टी ने आज शनिवार (27 जनवरी) को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए चुनाव प्रभारी तथा सह चुनाव प्रभारी की नियुक्ति की है. मध्य प्रदेश का चुनाव प्रभारी उत्तर प्रदेश के एमएलसी डॉ महेंद्र सिंह को बनाया गया है. उनके साथ दिल्ली बीजेपी के नेता सतीश उपाध्याय सह चुनाव प्रभारी होंगे. मध्य प्रदेश में बीजेपी के सामने साल 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे को दोहराने की चुनौती है, जब पार्टी ने राज्य की 29 में से 28 सीटों पर विजय हासिल की थी.


यहां बताते चले कि मध्य प्रदेश में बीजेपी ने 29 लोकसभा सीटों को 7 क्लस्टर में बताकर उनके प्रभारियों की नियुक्ति पूर्व में ही कर दी थी. लोकसभा के क्लस्टर प्रभारियों ने अपने-अपने इलाकों में संगठन की दृष्टि से कामकाज भी शुरू कर दिया है. इस बीच आज पार्टी ने प्रदेश के चुनाव प्रभारी और सह चुनाव प्रभारी की नियुक्ति करके अपने चुनावी अभियान को और तेज करने की तैयारी शुरू कर दी है. उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य डॉ. महेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है.


महेंद्र सिंह के कंधे पर होगी चुनाव परिणाम की चुनौती


यहां बताते चले कि पार्षद बनकर जमीनी स्तर से राजनीति शुरू करने वाले डॉ महेंद्र सिंह (Mahendra Singh) को संगठन का स्पेशलिस्ट माना जाता है. असम में पहली बार बीजेपी की सरकार बनाने के लिए डॉ महेंद्र सिंह ने अथक मेहनत की थी. असम के पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें इस राज्य का प्रभारी बनाया गया था. इसके बाद डॉ महेंद्र सिंह पहली योगी सरकार (Yogi Government ) में 5 साल तक मंत्री भी रहे लेकिन दूसरे कार्यकाल में उन्हें मौका नहीं दिया गया. उन्हें गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) का बेहद नजदीकी नेता माना जाता रहा है. अब पार्टी ने मध्य प्रदेश जैसे बड़े राज्य की जिम्मेदारी डॉ महेंद्र सिंह को सौंपी है, जिन्हें इस बार भी एमपी में पिछले लोकसभा चुनाव के परिणाम जितना ही नतीजा देने की चुनौती का सामना करना होगा.


सतीश उपाध्याय को बनाया गया सह प्रभारी 


वहीं, दिल्ली बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय (Satish Upadhyay) को मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव का सह प्रभारी बनाया गया है. वे डॉक्टर महेंद्र सिंह के साथ मिलकर मध्य प्रदेश में बीजेपी की चुनावी रणनीति को अमलीजामा पहनाने का काम करेंगे. कहा जा रहा है कि बीजेपी (BJP) इस माह के अंत तक पूरी तरह एक्शन के मोड में आ जाएगी. पार्टी की तैयारी 31 जनवरी तक हर लोकसभा क्षेत्र में चुनाव कार्यालय खोलने की है, ताकि कैंडिडेट के चयन से लेकर चुनाव लड़वाने की रणनीति पर गंभीरता से काम किया जा सके. माना जा रहा है कि पार्टी इस बार युवा और योग्य उम्मीदवारों को लोकसभा का टिकट दे सकती है.


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