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झारखंड बीजेपी संगठन ने हाल ही में बड़ा फैसला किया है. रांची जिले के ओरमांझी प्रखंड के कुच्चू गांव निवासी और राज्यसभा सांसद आदित्य साहू को झारखंड बीजेपी संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है. 

उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के पत्र के अनुसार रवींद्र कुमार राय के स्थान पर नियुक्त किया गया है. यह बदलाव आगामी संगठनात्मक रणनीतियों के लिहाज से अहम माना जा रहा है.

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नए दायित्व और पुराना अनुभव

आदित्य साहू लंबे समय से बीजेपी से जुड़े हुए हैं और पिछले दो दशकों में उन्होंने उपाध्यक्ष और महामंत्री जैसे कई प्रमुख पदों पर जिम्मेदारी निभाई है. वह पेशे से शिक्षक रहे हैं और 2019 तक राम टहल चौधरी कॉलेज में व्याख्याता के रूप में कार्यरत रहे. जुलाई 2022 में वे राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे, जिससे उनका राजनीतिक कद और प्रभाव लगातार बढ़ता गया.

समाज और राजनीति का समीकरण

61 वर्षीय साहू वैश्य समुदाय से आते हैं, जो झारखंड बीजेपी का पारंपरिक समर्थन आधार माना जाता है. उनकी नियुक्ति को इसी सामाजिक समीकरण से जोड़कर देखा जा रहा है. पार्टी के भीतर यह संदेश भी गया है कि संगठन जातीय और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर आगे की रणनीति बना रहा है. साथ ही यह अनुमान लगाया जा रहा है कि रवींद्र राय को पार्टी भविष्य में कोई और बड़ा दायित्व सौंप सकती है.

प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाएं

इधर, झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का कार्यकाल पूरा हो चुका है, जिससे नए अध्यक्ष की नियुक्ति पर भी अटकलें तेज हैं. आईएएनएस के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास का नाम लंबे समय से चर्चा में है, लेकिन वे भी वैश्य समुदाय से हैं. ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी अब प्रदेश अध्यक्ष पद किसी आदिवासी या ओबीसी समुदाय के नेता को सौंप सकती है, ताकि संगठन में सामाजिक संतुलन और मजबूत हो सके.