Jharkhand News: झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा में खूंखार माओवादी रविंद्र गंझू पर एनआईए ने कार्रवाई करते हुए मकान को जब्त कर लिया है. रविंद्र गंझू 20 लाख रुपये का इनामी नक्सली है. दरअसल भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर रविंद्र गंझू के खिलाफ जिला पुलिस के अलावा एनआईए की ओर से भी मुकदमा दर्ज किया गया है. रविंद्र गंझू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के अलावा अन्य एजेंसियों की तरफ से भी लगातार कार्रवाई की जा रही है.


गौरतलब है कि इससे पहले NIA ने रविंद्र गंझू के एक सहयोगी राजू साहू को गिरफ्तार किया था. राजू साहू से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि उसने चंदवा के बांझीटोला में रविंद्र गंझू के लेवी के पैसे से उसका पक्का का घर बनवाया है. पूरी छानबीन के बाद एनआईए की टीम ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए माओवादी रविंद्र गंझू के घर को जब्त कर लिया. एनआईए के प्रवक्ता के अनुसार रवींद्र गंझू ने चंदवा के बांझीटोली में मकान बनाया था. मकान के निर्माण के लिए लेवी की राशि का इस्तेमाल किया गया था. जांच में आए तथ्यों के बाद यूएपीए की धारा 25 के तहत मकान को जब्त किया गया है.


55 से अधिक मामलों का मुख्य अभियुक्त है रविंद्र


रवींद्र गंझू 55 से अधिक नक्सली हिंसा के मामलों का मुख्य अभियुक्त है. पुलिस और सरकार की अन्य एजेंसियां लगातार रविंद्र की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. रविंद्र अत्यंत खूंखार नक्सली माना जाता है. कई पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले इस पर दर्ज हैं. एनआईए केस नंबर आरसी 2/22 में भी वह फरार है.


ऑपरेशन डबल बुल के बाद हुई कार्रवाई


जानकारी के अनुसार, एनआईए ने ऑपरेशन डबल बुल में दर्ज केस के मामले में कार्रवाई की है. 21 फरवरी 2022 को ऑपरेशन के दौरान लोहरदगा के पेशरार इलाके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए थे. जिसके बाद केस को एनआईए ने टेकओवर किया. जांच में यह बात भी सामने आई है कि मकान के निर्माण के लिए रवींद्र गंझू ने अपने सहयोगी राजू साहू की मदद ली थी. लोहरदगा जिले के कूडु निवासी राजू साहू को रवींद्र का खास सहयोगी माना जाता है. रविंद्र गंझू के घर की जब्ती के बाद एनआईए की दबिश और बढ़ गई है.


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