Jharkhand Lok Sabha Elections 2024: देश में सोमवार को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान है. वहीं झारखंड में आज पहले चरण की वोटिंग है, जिसके तहत चार सीटों पर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इन चार सीटों के लिए 45 प्रत्याशी मैदान में हैं. चार लोकसभा सीटों पर 7,595 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इसमें ग्रामीण इलाकों में 6956 और शहरी क्षेत्रों में 639 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कुल 64 लाख 58 हजार 36 मतदाता वोट करेंगे. मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है और शाम 5 बजे तक चलेगा.


चार लोकसभा सीटों पर 7595 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. उनमें से 579 मतदान केंद्रों का संचालन पूरी तरह से महिलाएं कर रही हैं. इसमें खूंटी में 210, सिंहभूम में 122, लोहरदगा में 115, पलामू में 72 मतदान केंद्र शामिल हैं. इन पोलिंग बूथों पर केवल महिलाओं की तैनाती की गई है. इसके अलावा 7 बूथों की जिम्मेदारी युवाओं और 14 पोलिंग बूथों की जिम्मेदारी दिव्यांगजनों के हाथों में होगी.


पलामू लोकसभा सीट पर पुरुष मतदाताओं की संख्या ज्यादा
अनूसूचित जाति की सीट पलामू में पुरुष मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है, जबकि सिंहभूम, खूंटी और लोहरदगा में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा हैं. आज चार लोकसभा सीटों पर वोटिंग के दौरान लोहरदगा और खूंटी में बादल छाए रह सकते हैं. वहीं सिंहभूम में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. इसके अलावा आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ-साथ 41 से 42 डिग्री सेल्सियस तक तापमान जा सकता है यानी लोगों की गर्मी का सामना करना पड़ेगा.


बता दें कि आज लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 96 लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हो रही. चौथे चरण में आज 70 फीसदी चुनावी समर समाप्त हो जाएगा. इस चौथे चरण में पांच केंद्रीय, 2 पूर्व किक्रेटर, एक अभिनेता समेत 1717 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे.


टेंपो यूनियन करेगा वोट का बहिष्कार
झारखंड के सराइकेला जिला स्थित गम्हरिया प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में टेंपू यूनियन के सदस्यों ने वोट का बहिष्कार करने का एलान किया है. शिक्षित बेरोजगार टेंपो चालक यूनियन कोल्हान प्रमंडल के सदस्यों ने रविवार को गम्हरिया प्रखंड से अंचल कार्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया. कार्यकारी अध्यक्ष उमेश सिंह उर्फ राधे ने कहा कि उनके यूनियन के एक टेंपू चालक की मृत्यु हो गई है, लेकिन उसके पश्चात भी फाइनेंस वालों की तरफ से लगातार उनके परिवार को टॉर्चर किया जा रहा है. मृत्यु के पश्चात भी परिजनों को किश्तों का भुगतान करने या गाड़ी वापस करने के लिए कहा जा रहा है.


‘मंत्री या कोई नहीं उसकी समस्याओं को नहीं सुनता’
उमेश सिंह उर्फ राधे ने कहा कि वे यात्रियों को हर सुविधा देते हैं. आपातकालीन सुविधा भी देते हैं, लेकिन कोरोना काल से अभी तक कोई भी मंत्री कोई भी नेता उनकी ओर देखने नहीं आया है. बदहाल जिंदगी जीने को मजबूर है टेंपो वाले. वाहन के सारे कागजात ओके रहते हैं. लाइसेंस है, फिर भी रोड का धक्का खाना पड़ता है. अगर कोई मंत्री या नेता आते हैं तो डंडा टेंपो चालकों को खाना पड़ता है. कोई भी उनकी ओर देखने वाले नहीं है.


उमेश सिंह ने कहा कि निजी कार 7% के ब्याज पर फाइनेंस होते हैं, लेकिन टेंपो 15% के ब्याज पर फाइनेंस होता है. उनके लिए कोई स्टैंड या ठहराव नहीं है. सिर्फ वोट के समय उन्हें वोट बैंक बनाया जाता है, इसलिए यह विचार किया गया है कि इस बार वे लोग वोट का बहिष्कार करेंगे और किसी भी पार्टी को वोट नहीं देंगे और पूर्ण रूप से वोट का बहिष्कार करेंगे. इस दौरान मौके पर अजय यादव, विनोद झा, संजय, के अलावे दर्जनों टेंपो चालक मौजूद थे.


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