Jharkhand News: झारखंड में आज (16 फरवरी) को नए मंत्रियों ने शपथ ली. सीएम चंपई सोरेन (Champai Soren) कैबिनेट में कुल 11 मंत्री हैं जिनमें से दो मंत्रियों ने 2 फरवरी को शपथ ली थी. वहीं, इन 11 मंत्रियों में दो मुस्लिम चेहरे हैं. आलमगीर आलम (Alamgir Alam) और हफीजुल हसन (Hafizul Hasan) को भी मंत्री बनाया गया है. आलमगीर कांग्रेस के विधायक हैं और हफीजुल हसन (Hafizul Hasan) जेएमएम के विधायक हैं. 


आलमगीर आलम को जानिए


आलमगीर आलम ने 2 फरवरी को शपथ ग्रहण किया था. वह पाकुड़ सीट से विधायक और कांग्रेस के विधायक दल के नेता हैं. वह पहले बिहार सरकार में उद्योग विकास मंत्री रह चुके हैं. इसके अलावा उन्होंने झारखंड विधानसभा के स्पीकर के अध्यक्ष रह चुके हैं.


हफीजुल हसन कौन हैं?


हफीजुल हसन मधुपुर से विधायक हैं. वह हेमंत सोरेन सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. उन्हें 2021 में हेमंत सोरेन ने अपने कैबिनेट में शामिल किया था. हफीजुल हसन ने मंत्री पद की शपथ लेगने के बाद कहा कि "जो शपथ आज हमलोगों ने लिया है, वह दुख की शपथ है. हमारे नेता जेल में है और हम शपथ ले रहे हैं. यह स्थिति केंद्र सरकार की तानाशाही के कारण पैदा हुई है.''


शिबू सोरेन परिवार के सदस्य भी कैबिनेट में


शपथ लेने वालों में हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन और चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ को छोड़ सभी पुराने चेहरे हैं. शाम साढ़े चार से पांच बजे के बीच राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने 9 मंत्रियों को शपथ दिलाई. इसके साथ ही चंपई सोरेन सरकार में मंत्रियों की संख्या 11 हो गई है. शपथ लेने वालों में कांग्रेस के डॉ. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता एवं बादल और झामुमो के मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, दीपक बिरुआ, मो. हफीजुल हसन और बेबी देवी शामिल हैं. पूर्व के हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शामिल रहीं जोबा मांझी को इस बार जगह नहीं मिल पाई है. इस बार कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के चेहरे में बदलाव की चर्चा थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने पुराने चेहरों को ही रिपीट किया है. इससे पार्टी के बाकी विधायकों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है.


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