Jharkhand News: झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद कांग्रेस खेमे में घमासान मचा गया है. दरअसल, कांग्रेस की तरफ से पुराने मंत्री रिपीट किए गए हैं. इस बात से कांग्रेस के कई विधायक नाराज हैं. नाराजगी की वजह से कई विधायक सर्किट हाउस में गोलबंद थे. अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर के सरकारी आवास पर 12 विधायक पहुंचे हैं. जो विधायक गोलबंद हुए उनमें इरफान अंसारी और अंबा प्रसाद सहित अन्य विधायक शामिल हैं. बता दें कि तीन फरवरी को सीएम चंपई सोरेने के साथ कांग्रेस के आलमगीर आलम और आरजेडी के सत्यानंद भोक्ता ने शपथ ग्रहण किया था.


शुक्रवार को तीन पुराने कांग्रेस के चेहरे सरकार में शामिल 


जिन आठ विधायकों ने शुक्रवार (16 फरवरी) को मंत्री पद की शपथ ली उनमें रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल, मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, दीपक बिरुआ, हफीजुल हसन और बेबी देवी शामिल हैं. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल ये तीनों कांग्रेस के विधायक हैं. इनमें बसंत सोरेन और दीपक बिरुआ को छोड़कर सारे नेता हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री रहे थे. बसंत सोरेन हेमंत सोरेन के छोटे भाई हैं. इस तरह से चंपई सोरेन की सरकार में कुल चार मंत्री कांग्रेस कोटे के शामिल किए गए हैं. नई सरकार में मौका नहीं मिलने से पार्टी के दूसरे विधायकों की नाराजगी खुलकर सामने आ गई है.


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झारखंड में हो सकते हैं कुल 12 मंत्री


झारखंड में अधिकतम मंत्रियों की संख्या 12 हो सकती है. अभी तक कुल 11 मंत्री शपथ ले चुके हैं. 12वीं जगह खाली है. जब हेमंत सोरेन सीएम थे तब भी महागठबंधन की सरकार में 11 ही मंत्री थे. 


सीता सोरेन को नहीं मिली जगह


हेमंत सोरेन के दिवंगत बड़े भाई दुर्गा सोरेन की पत्नी और जेएमएम विधायक सीता सोरेन को नई सरकार में जगह नहीं मिली. उनकी नाराजगी पहले भी सामने आई थी लेकिन 5 फरवरी को फ्लोर टेस्ट में शामिल हुई थीं और सरकार के पक्ष में वोट किया था.