Jharkhand BIT News: झारखंड के बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी सिंदरी) की रैगिंग समिति ने अंतिम साल के दो छात्रों को जूनियर छात्रों के साथ अनुचित व्यवहार करने पर हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है. संस्थान के निदेशक डॉक्टर पंकज राय ने बुधवार (8 मई) को यह जानकारी दी. एंटी-रैगिंग कमेटी के एक सदस्य ने कहा कि यह घटना 30 अप्रैल की रात को हुई, जब दूसरे वर्ष के छात्रों की छह सदस्यीय टीम इसरो प्रतियोगिता परियोजना पर काम करने के लिए अपने हॉस्टल से कैजुअल ड्रेस में एक लैब में जा रही थी. 


बीआईटी सिंदरी में रात 11 बजे के बाद छात्रों का कैंपस में घूमना प्रतिबंधित है. उन्होंने कहा कि जूनियर छात्रों ने रात में प्रयोगशाला में जाने के लिए हॉस्टल प्रभारी और परिसर सुरक्षा अधिकारियों से अनुमति भी नहीं ली थी. इस दौरान उन्हें अंतिम वर्ष के छात्रों के हॉस्टल के पास पाकर छात्रों ने उनके ड्रेस के बारे में पूछा कि अगर वह सब लैब जा रहे हैं, तो उनका लैब ड्रेस कहां है.  


जूनियर छात्रों ने की शिकायत
हालांकि, दो छात्रों को लैब में जाने की अनुमति दी गई, क्योंकि लैब ड्रेस में थे. वहीं चार अन्य छात्रों को बहस के बाद उनके हॉस्टल में वापस भेज दिया गया. पीड़ित जूनियर छात्रों ने इस बात की शिकायत यूजीसी और ऑल इंडिया कौंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन से की. इसके बाद  इनके निर्देश पर संस्थान की एंटी रैगिंग कमेटी ने 5 मई को बैठक की.


इसके बाद प्राथमिक जांच में दोषी पाते हुए अंतिम वर्ष के दो छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित करने का फैसला किया. जांच में पाया गया कि इस मामले में रैंगिंग नहीं हुई है. समिति ने छात्रों के बीच अनुशासन बनाए रखने के लिए भविष्य में बड़े स्तर पर काउंसिलिंग करने की योजना बनाई है.



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