Jharkhand Assembly Monsoon Session: झारखंड के विधायकों की सैलरी जल्द ही बढ़ सकती है. दरअसल, मानसून सत्र के दौरान विधायकों का वेतन बढ़ाने को लेकर एक प्रस्ताव स्पीकर के सामने पेश किया गया. जिसके बाद इस संबंध में एक समिति का गठन भी किया गया. इसे भाजपा के विधायक एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राम चन्द्र चंद्रवंशी की अध्यक्षता में बनाई गई थी जिन्होंने अपनी रिपोर्ट विधानसभा को सौंप दी है.


बता दें कि, वर्तमान में झारखंड के विधायकों का वेतन 40 हजार रुपये प्रतिमाह है. इसके अतिरिक्त विधायकों को अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं. रघुवर दास के शासन में विधायकों के वेतन को 30 हजार से बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दिया गया था. वहीं मुख्यमंत्री का मूल वेतन 70 हजार से बढ़ाकर 80 हजार रुपये किया गया था. वहीं विपक्ष के नेता का मूल वेतन 50 हजार प्रतिमाह से बढ़ाकर 65 हजार रुपये किया गया था. वहीं विधानसभा के अध्यक्ष का वेतन 55 हजार से बढ़ाकर 78 हजार रुपये कर दिया गया था.


कितना बढ़ेगा वेतन?
दरअसल, विधानसभा में कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दाखिल कर दी है, जिसमें कहा गया है कि विधायकों का मूल वेतन बढ़ाकर 60 हजार रुपये कर दिया जाए. फिलहाल अभी इन विधायकों को 40 हजार रुपये और अतिरिक्त भक्ते के साथ दिया जा रहा है, जो कि करीब दो लाख रुपये होते हैं. इस प्रस्ताव पर सभी विधायकों ने अपनी सहमति दे दी है. बताते चलें कि बढ़ती महंगाई का हवाला देते हुए बजट सत्र के दौरान ही विधायकों ने वेतन बढ़ाने की मांग उठाई गई थी. अगर सबकुछ सही रहा तो वेतन बढ़ोतरी की मांग पर जल्द मोहर भी लग जाएगी. विधायक और मंत्रियों के वेतन में बढ़ोतरी की बात बजट सत्र के दौरान हुई थी. वेतन बढ़ोत्तरी की बात बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही ने की थी. उन्होंने कहा था कि दिल्ली की तरह झारखंड में भी विधायकों का वेतन बढ़ाया जाना चाहिए.




ये भी पढ़ें: Jharkhand: झारखंड में ओवैसी की पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का विवादित बयान- 'शर्म से कहो हम भारतीय हैं'