Dumka News: झारखण्ड (Jharkhand) की उपराजधानी दुमका में पिछले 27 अक्टूबर को हुए गैस टैंकर ब्लास्ट (Dumka Gas Tanker Blast) में चार दर्जन से ज्यादा लोग चपेट में आकर झुलस गए थे जिसमें अब भी 20 लोग दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से चार की हालत चिंताजनक है. सरकार के निर्देश पर रांची रिम्स के तीन सदस्यीय एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम दुमका पहुंची और जले हुए मरीजों की जांच की जिसमें चार मरीजों को रांची रिम्स (Ranchi RIMS) रेफर करने का निर्णय लिया गया. 
 

  
दुमका हंसडीहा थाना क्षेत्र के कुरमाहाट गांव के पास 27 अक्टूबर को गैस टैंकर ब्लास्ट करने मामले में घायल ग्रामीणों का इलाज दुमका के फूलों झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. इसे लेकर सरकार के निर्देश पर रांची रिम्स के तीन सदस्यीय एक्सपर्ट डॉक्टर की टीम दुमका पहुंची. मेडिकल कॉलेज में इलाजरत 20 लोगों का डॉक्टरों की टीम ने जांच किया. 


क्या कहा डॉक्टरों ने
बर्न एक्सपर्ट टेनिकल एक्सपर्ट और प्लास्टिक सर्जरी एक्सपर्ट डॉक्टरों ने मरीजों को देखकर यह निर्णय लिया कि किन मरीजों को रिम्स रेफर किया जा सकता है. डॉक्टरों की टीम ने कहा कि 20 लोगों में से चार लोगों को रिम्स रांची रेफर करने का निर्णय किया गया है. इन लोगों का रांची रिम्स में डॉक्टरों की टीम के माध्यम से बेहतर इलाज किया जाएगा. वहीं शेष मरीज बेहतर हैं और वे अपने घर पर रहकर ठीक हो सकते हैं.


कैसे हुई थी दुर्घटना
बता दें कि 27 अक्टूबर को जब दुमका से भगलपुर के रास्ते गैस टैंकर नेपाल जा रहा था उसी दौरान कुरमहाट के पास टैंकर बस से टकरा गया जिसमें टैंकर पलटते हुए उसमें आग लग गई थी. घटना में गैस टैंकर ब्लास्ट कर गया था जिसकी चपेट में आकर पास में खड़ी 5 खाली बसों में चार बसें पूरी तरह जल गईं थीं. वहीं चार दर्जन से ज्यादा की संख्या में ग्रामीण झुलस गये थे. 


बताया जा रहा है कि इसकी विस्फोट इतनी तीव्र थी कि खेत में काम करने वाले गरीब किसान और गाय चराने वाली बच्चियां भी झुलस गईं थीं. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने घायलों के बेहतर इलाज के लिए निर्देश दिए थे जिसके बाद रिम्स रांची के तीन डॉक्टरों की टीम द्वारा घायलों की जांच कर रिपोर्ट तैयार की गई है.


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