Jharkhand Political Crisis: झारखंड में चल रहे सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने तीन बड़े फैसले लिए हैं. जहां एक तरफ सोरेन सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, इसी बीच सीएम सोरेन ने 1 सितंबर को होने वाली कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) से पहले ये फैसले लिए हैं. इसमें पहला फैसला सीएम सोरेन ने हजारीबाग शहर वासियों को सालों की समस्या से निजात देने का लिया. सीएम सोरेन ने हजारीबाग नगरपालिका द्वारा अब तक उपभोग किये जा रहे जमींदारी अधिकारों को बिहार भूमि सुधार अधिनिमय 1950 के प्रावधानों और अपर मुख्य सचिव, राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग की अध्यक्षता में दिनांक 21.06.2022 को आहुत बैठक में अभिलेखों के हस्तांतरण हेतु दिए गए निर्देशों के अनुसार राज्य सरकार में निहित किए जाने के प्रस्ताव पर स्वीकृति दी है.


वहीं सीएम सोरेन ने दूसरे फैसले में गंभीर बीमारी उपचार योजना के तहत चिकित्सा हेतु विभागीय स्तर से चिकित्सा सहायता अनुदान की राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये करने और असाध्य रोगों की सूची में अन्य असाध्य रोगों को सूचीबद्ध करने से सम्बन्धित प्रस्ताव पर स्वीकृति दी है. इसके अलावा सीएम सोरेन ने अपने तीसरे फैसले में गढ़वा जिलान्तर्गत रंका अनुमंडल मुख्यालय में डिग्री कॉलेज की स्थापना किये जाने के प्रस्ताव पर स्वीकृति दी है.


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झारखंड सरकार की  1 सितंबर को कैबिनेट बैठक


सीएम सोरेन ने इन फैसलों पर ऐसे समय पर मुहर लगाई है जब रांची से लेकर रायपुर तक सियासी हलचल चल रही है. बता दें कि झारखंड में चल रही सियासी हलचल के बीच महागठबंधन के विधायक कल मंगलवार को रांची से फ्लाइट द्वारा रायपुर गए थे. खुद सीएम सोरेन इन विधायकों को रांची एयरपोर्ट तक छोड़ने आए थे. ये सभी विधायक रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में रह रहे हैं. वहीं झारखंड सरकार की कल 1 सितंबर को कैबिनेट बैठक होने वाली हैं, इसी बीच रायपुर के रिजॉर्ट से सोरेन सरकार के 4 मंत्री वापस लौट गए हैं.


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