कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर निशाना साधते हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कांग्रेस पर आदिवासी समाज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए माफी की मांग की. साथ ही, बिहार की कानून व्यवस्था पर विपक्ष की आलोचना को गलत ठहराते हुए कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार ने हमेशा सजगता दिखाई है.

बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह सही- मुंडा

बिहार की सरकार को लेकर उन्होंने कहा, "बिहार की सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में जनता ने बनाई है, और यह इसलिए बनी क्योंकि कानून व्यवस्था के मामले में सरकार ने सजगता दिखाई है. कुछ घटनाएं जरूर हुईं, लेकिन यह कहना कि पूरी कानून व्यवस्था समाप्त हो गई है, यह उचित नहीं है. ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए लगातार प्रयास होते रहे हैं और आगे भी होंगे. दोषियों को सजा मिलेगी."

वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए अर्जुन मुंडा ने कहा, "मल्लिकार्जुन खरगे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और देश के अनुभवी नेताओं में से एक हैं. उनके माध्यम से इस तरह का बयान कि वह राष्ट्रपति का नाम भी अच्छे तरीके से नहीं ले सकते, क्या दर्शाता है?"

'आदिवासी परिवार से किसी को राष्ट्रपति नहीं बना सके'

उन्होंने आगे कहा, "एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी हैं और उसके बारे में इस तरीके से वक्तव्य देना, इस तरीके से बोलना, कांग्रेस को ही विचार करना चाहिए कि क्या यह उचित है? अपने समय में वह कभी किसी जनजातीय या आदिवासी परिवार से किसी को राष्ट्रपति नहीं बना सके. जब वह (द्रौपदी मुर्मू) राष्ट्रपति बन रही थीं, तब इनके खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए गए. जब वह राष्ट्रपति बन गईं, तो इस तरह की बयानबाजी करके वैसे लोगों का अपमान कर रहे हैं जो देश के करोड़ों आदिवासियों के लिए गर्व का विषय हैं."

'कांग्रेस के चरित्र का दीवालियापन'

मुंडा ने कहा, "कांग्रेस के समय में कभी ऐसा मौका नहीं मिला. अब जब यह अवसर मिला है, तो कांग्रेस क्षमा याचना करने की बजाय उसे ढंकने की कोशिश कर रही है और आदिवासी समाज को फिर से अपमानित करने का काम कर रही है. मैं बहुत ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन यह कांग्रेस का चरित्र है, जिसे कहा जाए कि एक तरह से दीवालियापन है."

'देश का जनजातीय समाज सुरक्षित'

उन्होंने आगे कहा, "राष्ट्रपति हो जाने से किसी की जमीन छिनती है क्या? उसका सम्मान बढ़ता है. कानून और व्यवस्था अपनी जगह काम करती है. जल, जंगल, जमीन के जो मौलिक बातें हैं, उस पर भारतीय जनता पार्टी हमेशा पक्ष में रही है. आज एक इतनी संवेदनशील महिला देश की राष्ट्रपति हैं, जो इन सारे विषयों पर ध्यान भी रखती हैं और बोलती भी हैं. आज देश का जनजातीय समाज खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस करता है."

'खरगे के बयान के पीछे क्या मंशा?'

अर्जुन मुंडा ने अंत में कहा, "वैसे लोग जिन्हें इस धरती से प्रेम नहीं है, वही इस तरह की बातें करके राजनीति करते हैं. कांग्रेस को विचार करना चाहिए और बताना चाहिए कि आखिर इस तरह के बयानबाजी के पीछे मंशा क्या है?"