Eid-ul-Adha 2023: जामिया मस्जिद (Jamia Masjid) का प्रबंधन देखने वाली इकाई ने बुधवार को बताया कि श्रीनगर (Srinagar) के अधिकारियों ने ऐतिहासिक ईदगाह में ईद (Eid) की नमाज की इजाजत नहीं दी है. अंजुमन औकाफ  जामा मस्जिद ने बयान जारी कर बताया कि इस फैसले के बारे में अधिकारियों ने प्रबंधन इकाई को बता दिया है. बयान में बताया गया है कि अधिकारियों ने अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद को जानकारी दी है कि एकबार फिर ऐतिहासिक और मध्य श्रीनगर स्थित ईदगाह में ईद उल अजहा की नमाज की इजाजत नहीं जाएगी.


बयान में कहा गया है कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार सुबह अंजुमन औकाफ को इस फैसले के बारे में बताया है. दरअसल, पहले की परंपराओं को ध्यान में रखते हुए, अंजुमन औकाफ ने ईद की नमाज़ सुबह 9 बजे आयोजित करने की घोषणा की थी. बयान में प्रशासन के फैसले की निंदा की गई है. इसमें कहा गया है कि सदियों से इन विशेष सामुदायिक प्रार्थनाओं के लिए मुख्य स्थान है, इस ईदगाह में नमाज़ को रोकना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है, जिससे घाटी के लाखों मुसलमानों की भावनाएं आहत हो रही हैं और यह जम्मू-कश्मीर को लेकर बाहर गलत संदेश जाता है.


उमर फारूक को हिरासत में रखने की निंदा
अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद ने अपने बयान में मीरवाज़-ए-कश्मीर मोहम्मद उमर फारूक को  लगातार हिरासत में रखे जाने की भी निंदा की है. जो कि परंपरागत रूप से ईदगाह में ईद का उपदेश देते हैं.वहीं, ईद की नमाज़ से पहले विभिन्न धार्मिक, राजनीतिक, सामाजिक संगठनों और सिविल सोसायटी ने मीरवाइज की रिहाई के की अपील की थी, लेकिन उसके बावजूद उन्हें लगातार हिरासत में रखा जा रहा है जो कि बहुत दुखद और परेशान करने वाला है. बता दें कि घाटी में गुरुवार को बकरीद मनाई जाएगी. इसको लेकर प्रशासन की तरफ से तैयारी कर ली गई है. वहीं, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को ऐतिहासिक हजरतबल दरगाह जाकर तैयारियों की समीक्षा की थी.


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