अमरनाथ गुफा के दोनों मार्गों पर बेहद खराब मौसम और भारी बारिश के बावजूद, यात्रा बिना रुके जारी है और पवित्र गुफा में दर्शन हो रहे हैं. हालांकि, बालटाल-दोमेल मार्ग पर भारी बारिश के कारण बुधवार सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच दो घंटे के लिए यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था.

कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार भिदुरी ने बताया कि श्री अमरनाथ यात्रा 2025 निर्बाध रूप से जारी है और तीर्थयात्री बिना किसी रुकावट के बाबा बर्फानी के दर्शन कर रहे हैं.

वह विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों पर प्रसारित हो रही उस खबर पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें कहा गया था कि यात्रा आज स्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है.

अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार शाम तक 2.34 लाख से अधिक तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं और बुधवार (16 जुलाई) को तीर्थयात्री बिना किसी रुकावट के दोनों मार्गों से पवित्र गुफा की ओर बढ़ रहे हैं और दर्शन कर रहे हैं.

भूस्खलन के बढ़ते खतरे की चेतावनी दी गई

हालांकि, मौसम विभाग श्रीनगर ने जम्मू-कश्मीर के लिए एक मौसम को लेकर एडवाजरी जारी की है, जिसमें आने वाले दिनों में भारी से बहुत भारी वर्षा, अचानक बाढ़ और भूस्खलन के बढ़ते खतरे की चेतावनी दी गई है. साथ ही निवासियों और अधिकारियों से सतर्क रहने का आग्रह किया गया है.

मौसम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी निदेशक, डॉ. मुख्तार अहमद ने कहा है कि 16-17 जुलाई और 21-23 जुलाई के बीच पूरे केंद्र शासित प्रदेश में मौसम सामान्यतः बादल छाए रहने की संभावना है, साथ ही कई इलाकों में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं.

भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना

उन्होंने आगाह किया कि इन दोनों अवधियों के दौरान तीव्र वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है.

इसके अलावा, 18-20 जुलाई को भी छिटपुट से लेकर व्यापक वर्षा या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है. मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी परामर्श में संवेदनशील क्षेत्रों में अचानक बाढ़, भूस्खलन, भूस्खलन और पहाड़ी मार्गों तथा प्रमुख राजमार्गों पर पत्थर गिरने की चेतावनी दी गई है, खासकर तीव्र मौसम के दौरान.

परामर्श में कहा गया है, निवासियों, खासकर बाढ़-प्रवण या भूस्खलन-प्रवण क्षेत्रों में रहने वालों को अनावश्यक यात्रा से बचने और जानकारी प्राप्त करते रहने की सलाह दी जाती है. स्थानीय प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि वे पूरी तरह सतर्क रहें और सभी निवारक एवं प्रतिक्रिया उपाय सुनिश्चित करें.