Shab-E-Barat 2023: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के श्रीनगर (Srinagar) के नौहट्टा (Nauhatta) इलाके में स्थित जामा मस्जिद (Jama Masjid) की प्रबंधन समिति ने बुधवार को आरोप लगाया कि अधिकारियों ने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से शब-ए-बारात के मौके पर मस्जिद को बंद करा दिया और बाद में ऐसा करने की बात से इनकार किया. अंजुमन औकफ जामा मस्जिद ने मंगलवार को दावा किया कि पुलिस ने मस्जिद को बंद कर दिया और शब-ए-बारात पर कोई नमाज अदा नहीं करने दी गई. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने ट्विटर पर कथित पुलिसिया कार्रवाई की आलोचना की है.


उन्होंने मंगलवार देर रात ट्वीट किया, "शब-ए-बारात के पवित्र मौके पर जामा मस्जिद को बंद करना भारतीय संविधान में प्रदत्त मौलिक अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता का स्पष्ट उल्लंघन है." पूर्व मुख्यमंत्री के ट्वीट का जिक्र करते हुए श्रीनगर पुलिस ने कहा कि नमाज नहीं होने से उसका कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस ने ट्वीट में कहा, "यह साफ है कि प्रशासन और पुलिस का शब-ए-बारात के मौके पर आज जामा मस्जिद में नहीं हो रही नमाज से कोई लेना-देना नहीं है. ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया और न ही प्रशासन या पुलिस ने ऐसी कोई कार्रवाई की है. कृपया अफवाह मत फैलाइए."


जामा मस्जिद प्रबंधन समिति ने और क्या कहा?


मस्जिद प्रबंधन समिति ने बुधवार को कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि मस्जिद को बंद करने और मगरिब की नमाज की इजाजत नहीं देने के बाद अधिकारी इस तरह की किसी कार्रवाई की बात से इनकार कर रहे हैं. समिति ने एक बयान में कहा, "अगर स्थानीय थाने के लोगों ने मस्जिद परिसर में जाकर दरवाजों पर ताले नहीं जड़े थे, तो वे लोग कौन थे, यह पूछा जाना चाहिए. दरअसल, इन पुलिसकर्मियों ने ऐसा करते समय व्यक्तिगत रूप से अफसोस जताया, लेकिन कहा कि वे जिला प्रशासन के आदेश पर ऐसा कर रहे हैं."


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