जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार (20 दिसंबर) को कहा कि वह दिल्ली और कश्मीर में एक ही राजनीतिक रुख अपनाते हैं. उन्होंने कहा कि जहां केंद्र सरकार से समर्थन मिला है वो उसे स्वीकार करते हैं और जहां वो विफल रही है, वहां खुलकर बोलते हैं, खासकर राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर. नौगामा रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बात करते हुए, सीएम ने अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग बातें कहने के आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि उनका रुख अपरिवर्तित रहा है.

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सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, "मैं यह बात यहां भी कहता हूं और हर जगह कहता हूं. मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो राजनीति करते हैं और लोगों को धोखा देते हैं." मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि वह केंद्र सरकार के समर्थन और कमियों दोनों के बारे में खुलकर बताते हैं. उन्होंने कहा, "जहां केंद्र सरकार ने मदद की है, मैं वह कहता हूं. जहां केंद्र सरकार में कमी रही है, मैं वह भी कहता हूं."

स्टेटहुड के मसले पर क्या बोले CM उमर अब्दुल्ला?

जम्मू कश्मीर राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''केंद्र ने इस मांग पर ध्यान नहीं दिया है. मैंने कहा है कि केंद्र सरकार ने हमें राज्य का दर्जा देने के मुद्दे पर शिकायतों के अलावा कुछ नहीं दिया है." मैं किसी को खुश करने के लिए झूठे बयान नहीं दूंगा. किसी का दिल रखने के लिए झूठ बोलना मेरे लिए गलत होगा."

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उमर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को सभी मंचों पर उठाया है. सीएम ने कहा, "मैंने यह बात बैठकों, कार्यक्रमों और श्रीनगर और जम्मू में विधानसभा में कही है. मैंने यह बात बार-बार कही है."

महात्मा गांधी का नाम हटाना गलत- उमर अब्दुल्ला

महात्मा गांधी से जुड़ी योजना को जी. रामजी बिल से बदलने की आलोचना करते हुए, उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''महात्मा गांधी का नाम हटाना गलत था. ऐसे नाम का इस्तेमाल किसी बिल के लिए कैसे किया जा सकता है.'' उन्होंने कहा कि बदलाव के बाद, योजना की जिम्मेदारी राज्यों को सौंप दी गई है और इससे जम्मू और कश्मीर जैसे राज्यों पर असर पड़ेगा. कई बदलाव किए गए हैं और उनके जैसे राज्यों को फायदा नहीं होगा.''

बर्फबारी की तैयारियों पर क्या बोले उमर अब्दुल्ला?

बर्फबारी की तैयारियों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन ने दोनों डिवीजनों में व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं. उन्होंने कहा, "मैं खुद श्रीनगर आया और एक बैठक की. दोनों डिवीजन, कश्मीर डिवीजन और जम्मू डिवीजन, खासकर वे इलाके जहां बर्फबारी की उम्मीद है, घाटी के सभी जिले और जम्मू के पहाड़ी इलाके, प्रशासन ने खुद ही सभी तैयारियां कर ली हैं. बर्फबारी शुरू होने के बाद तैयारियों की पर्याप्तता का पता चलेगा. तैयारियां काफी हैं या नहीं, यह हमें कल (21 दिसंबर) पता चलेगा जब बर्फबारी शुरू होगी."

मुख्यमंत्री ने ये भी कहा, ''बर्फबारी से अगर कोई दिक्कत आती है तो लोगों को शिकायत नहीं करनी चाहिए क्योंकि हम इस बर्फ का इंतज़ार कर रहे थे.'' उन्होंने कहा कि बर्फबारी से प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी और विंटर टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा. सीएम ने कहा, "इससे हवा साफ होगी. जो प्रदूषण हमने देखा था, वह खत्म हो जाएगा और सर्दियों का टूरिस्ट सीज़न शुरू हो जाएगा."