बिहार में शुरू हुआ हिजाब विवाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के उस बयान से गहरा गया जब उन्होंने युवती को लेकर कह दिया कि वो नौकरी करे या जहन्नुम में जाए. बिहार के सीएम नीतीश कुमार का बचाव करते हुए उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री ने कोई गलत काम नहीं किया. अगर कोई नियुक्ति पत्र लेने जाए तो क्या चेहरा नहीं दिखाएगी? ये कोई इस्लामिक देश है? जब पासपोर्ट लेने जाते हैं तो क्या चेहरा नहीं दिखाते? उनके इन बयानों पर पीडीपी चीफ और जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने पलटवार किया है.
गिरिराज सिंह की मानसिकता कौरवों वाली- महबूबा मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में शुक्रवार (19 दिसंबर) को कहा, "ये गांधी का देश है जिन्होंने अपनी जिंदगी धर्मनिरपेक्षता के लिए कुर्बान कर दी. गिरिराज सिंह जैसे बीजेपी के लोग यहां कौरव राज बनाना चाहते हैं. राम राज नहीं कौरव राज, जिसमें कौरवों ने भरी महफिल में द्रौपदी के कपड़े उतारे थे. मुझे लगता है कि गिरिराज सिंह की मानसिकता कौरवों वाली है, जहां पर औरतों की इज्जत नहीं है."
नीतीश कुमार को ऐसा नहीं करना चाहिए था- महबूबा मुफ्ती
पीडीपी चीफ ने आगे कहा, "द्रौपदी तो मुसलमान नहीं थीं. उसने तो नकाब नहीं पहना था. उसके बावजूद भी भरी महफिल में उसके कपड़े उतारे गए. यही गिरिराज सिंह जैसे लोग उस समय तालियां बजा रहे थे और हंस रहे थे. आज भी वही काम कर रहे हैं. हमें इनसे कोई उम्मीद नहीं है लेकिन नीतीश कुमार को ऐसा नहीं करना चाहिए था. मुझे खुशी है कि आज इल्तिजा गई और उनके (नीतीश कुमार) खिलाफ एक एफआईआर दर्ज कराई."
इल्तिजा मुफ्ती ने क्या कहा?
महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिला मुफ्ती ने कहा, "बिहार के सीएम ने ये हरकत की. मांगी मांगने की बजाय बीजेपी के मंत्री कितने वल्गर स्टेटमेंट दे रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान के मुसलमान भाड़ में जाएं. भाड़ में हम क्यों जाएं? अगर आपने हमारी औरतों का नकाब और हिजाब छुआ तो नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहें."