Mehbooba Mufti on Kashmiri Pandits: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार (19 मई) को कश्मीरी पंडितों के साथ एक बैठक को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कश्मीरी पंडितों को प्रति सहानुभूति जताने की कोशिश की. पीडीपी प्रमुख ने कहा, "मैं आपका दर्द समझती हूं. मुझे इस बात का अंदाजा है कि जब बुजुर्ग लोग कश्मीर को याद करते हैं तो उन्हें कैसा महसूस होता होगा. मैं इसे लेकर थोड़ा शर्मिंदा भी हूं.''


पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''दर्द की शुरुआत हमारे घर से हुई थी. हमने भी बहुत दर्द सहा है, हमें भी बहुत तकलीफ हुई. यही वजह है कि जब मेरे पिता वजीर ए आला बने तो उन्होंने बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के बीच रिश्ते को बनाए रखने की सबसे ज्यादा कोशिशें की.''


मैं भी कश्मीरी पंडितों के बीच पली बढ़ी-महबूबा मुफ्ती


जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ''मैं भी कश्मीरी पंडितों के बीच पली बढ़ी हूं. मेरा हिंदुओं, कश्मीर पंडित, सरदार के साथ मिलाजुला बचपन बीता है. मेरे पिता ने सोचा था कि बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक के बीच संबंध बनाए रखना चाहिए. मैं समझती हूं कि हम सभी के लिए एक साथ रहना कितना महत्वपूर्ण है."






पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं. बीजेपी ने इस सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. इस सीट पर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार मियां अल्ताफ अहमद चुनाव मैदान में हैं. अनंतनाग-राजौरी सीट पर 25 मई को वोटिंग होगी. इस सीट पर पहले 7 मई को चुनाव होना था लेकिन कुछ सियासी दलों के अनुरोध के बाद चुनाव आयोग ने वोटिंग की तारीख बदल दी थी.


वहीं बारामूला लोकसभा सीट पर 20 मई को वोट डाले जाएंगे. इससे पहले उधमपुर लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को, जम्मू में दूसरे फेज में 26 अप्रैल और श्रीनगर में चौथे चरण में 13 मई को मतदान संपन्न हो चुका है. जम्मू-कश्मीर में लोकसभा की कुल 5 सीटें हैं.


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