Jammu Kashmir News: हिंदुओं के गौरवशाली अतीत को उजागर करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है जिसके तहत सरकार ने कश्मीर घाटी में सभी प्राचीन मंदिरों की रक्षा और पुनर्स्थापित करने का निर्णय लिया है. अनंतनाग (Anantnag) स्थित मार्तंड सूर्य मंदिर (Martand Sun Temple) पहला मंदिर होगा जिसे पुनर्स्थापित किया जाएगा जहां मंदिर परिसर में राजा ललितादित्य (King Lalitaditya) की एक मूर्ति स्थापित की जाएगी.


प्रशासन ने 27 मार्च को एक आधिकारिक आदेश जारी किया था जिसमें संस्कृति विभाग को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित मार्तंड सूर्य मंदिर की सुरक्षा, संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए परियोजना शुरू करने का निर्देश दिया गया है. सरकार ने सम्राट ललितादित्य मुक्तापीड की मूर्ति स्थापित करने का भी निर्णय लिया, जिन्होंने 8वीं शताब्दी के दौरान मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण कराया था.


पिछले साल मूल रूप से राम मंदिर अयोध्या का एक 'कलश' अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर के मैदान में रखा गया था. उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के भक्तों सहित निवासी, इस 'कलश' को स्थापित करने के लिए एक साथ आए, जो इस उद्देश्य के लिए विभिन्न राम मंदिरों में भेजे गए कलशों में से एक था.


विश्व के इतिहास में दर्ज है मंदिर
हिंदू शासक ललितादित्य ने 8वीं शताब्दी में सूर्य भगवान या भास्कर के सम्मान में मार्तंड सूर्य मंदिर का निर्माण कराया था. ललितादित्य सूर्यवंशीय क्षत्रिय शासक थे. मंदिर की निर्माण शैली और उसमें प्रदर्शित विशेषज्ञता विश्व इतिहास में भी दर्ज है और यह मंदिर अपनी अद्वितीयता के लिए प्रसिद्ध है.  मंदिर में वास्तुकला का बेजोड़ नमूना देखने को मिलता है. यहां मंदिर के भवन को इस तरह डिजाइन किया गया था कि सूर्य की किरणें पूरे दिन सूर्य की मूर्ति पर पड़ती थीं. 


अनंतनाग में मौजूद हैं मंदिर के अवशेष
ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार, कश्मीर में मार्तंड सूर्य मंदिर को मुस्लिम शासक सिकंदर शाह मिरी या सिकंदर बुतशिकन के आदेश पर नष्ट कर दिया गया था.  हालांकि अनंतनाग में ललितादित्य के युग के शहर, कस्बे और खंडहर आसानी से मिल जाते हैं. यहां बड़े मार्तंड मंदिर का अवशेष भी मौजूद है. 


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