जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ जिले के एक वन क्षेत्र में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान के दूसरे दिन सोमवार (11 अगस्त) को भी रुक-रुक कर गोलीबारी और विस्फोटों की तेज आवाजें सुनाई दीं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि आतंकवादी किश्तवाड़ शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर दूल इलाके के भगना जंगल में एक चट्टान पर बनी गुफा में छिपे हुए हैं.
हिजबुल मुजाहिदीन के दो ‘मोस्ट वांटेड’ आतंकवादियों रियाज अहमद और मुदस्सर हजारी की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद रविवार (10 अगस्त) तड़के इस वन क्षेत्र में तलाश अभियान शुरू किया गया. यह आतंकवादी पिछले आठ साल से जिले में सक्रिय हैं और प्रत्येक पर 10-10 लाख रुपये का इनाम घोषित है.
रुक-रुक कर गोलीबारी हुई
अधिकारियों ने बताया कि छिपे हुए आतंकवादियों ने रविवार (10 अगस्त) सुबह साढ़े छह बजे तलाश अभियान में शामिल दलों पर गोलीबारी शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई के बाद जंगल में भाग गए. उन्होंने बताया कि दिन में दो और बार रुक-रुक कर गोलीबारी हुई है.
उन्होंने बताया कि सेना के पैरा कमांडो, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) सहित और अधिक बलों को शामिल किया गया है और ड्रोन तैनात करने के साथ घेराबंदी को मजबूत किया गया है और तलाश अभियान तेज कर दिया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी भागने न पाएं.
तलाश अभियान जारी
अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों की ओर से गोलीबारी की आखिरी सूचना रविवार शाम को गुफा के पास मिली थी, जो बहुत गहरी बताई जा रही है और सुरक्षा बलों को संदेह है कि वे गुफा के अंदर ही छिपे हुए हैं.
अधिकारियों ने कहा कि रात भर कई शक्तिशाली विस्फोट और रुक-रुक कर गोलीबारी की सूचना मिली. उन्होंने कहा कि तलाश अभियान जारी है. साथ ही आगे के विवरण की प्रतीक्षा है.