कांग्रेस ने 24 अक्तूबर को होने वाले राज्यसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवारों को समर्थन देने की घोषणा की है. यह घोषणा विपक्षी पार्टी पीडीपी द्वारा बीजेपी के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा के बमुश्किल चार घंटे बाद हुई. जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा की अध्यक्षता में हुई गहन चर्चा के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उम्मीदवारों को समर्थन देने का निर्णय लिया गया.

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सभी मतभेदों को दरकिनार रखने का फैसला- कांग्रेस

पार्टी ने जारी एक बयान में कहा कि कल से दो दौर की चर्चा और केंद्रीय नेतृत्व के साथ विस्तृत परामर्श के बाद, जिन्होंने उनसे कुछ स्पष्टीकरण और सुझाव मांगे थे. पार्टी सामूहिक रूप से एक निर्णय पर पहुंची है. बयान में आगे कहा गया है, "एक पीड़ित राज्य के रूप में हमारी संवेदनशीलता और एक विविध एवं धर्मनिरपेक्ष भारत की एक परखी हुई आवाज़ के रूप में हमारी पहचान को ध्यान में रखते हुए, कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सभी मतभेदों को दरकिनार रखने का फैसला किया है."

हम अपना पूरा समर्थन देते हैं- कांग्रेस

बयान में ये भी कहा गया, "2024 के चुनावों के दौरान, हमने बीजेपी को हराने और जम्मू-कश्मीर के लोगों को भय और दमन के माहौल से मुक्त करने के लिए, सभी असहमतिपूर्ण आवाज़ों को नज़रअंदाज़ करते हुए, विभाजन के बजाय एकता को चुना. अपनी राजनीतिक संस्कृति और नैतिक ईमानदारी के अनुरूप, हम किसी भी तरह के स्वार्थ के लिए काम करने से इनकार करते हैं. आगामी राज्यसभा चुनावों ने एक नई चुनौती पेश की है. हमें पूरी उम्मीद है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस सभी प्रलोभनों और चालाकी के बावजूद अपने समर्थकों को एकजुट रखेगी और इस प्रयास में, हम अपना पूरा समर्थन देते हैं. हमारे सभी 6 कांग्रेस विधायक नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करेंगे."

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NC के पास 57 विधायकों का समर्थन

कांग्रेस द्वारा समर्थन की घोषणा के साथ, सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन के पास 57 विधायकों का समर्थन है. जबकि बीजेपी के पास केवल 28 विधायक हैं. आंकड़ों के हिसाब से, 41 सदस्यीय नेशनल कॉन्फ्रेंस को अब कांग्रेस के छह, पीडीपी के तीन, सीपीएम के एक और छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.

इस बीच, दो अन्य विधायकों, अवामी इत्तेहाद पार्टी के शेख खुर्शीद और आम आदमी पार्टी के मेहराज मलिक ने कल होने वाले चुनावों के लिए अभी तक अपना फैसला नहीं सुनाया है. शेख खुर्शीद के भाई और बारामूला से सांसद इंजीनियर रशीद आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोप में जेल में हैं. वहीं डोडा के विधायक मेहराज मलिक पर अगस्त में जन सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था.

सज्जाद लोन ने मतदान से रहेंगे दूर

दोनों ही पार्टियां इन गिरफ्तारियों के लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहरा रही हैं और बीजेपी के ख़िलाफ़ वोट देने की संभावना है. इससे चौथी सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है, यहां तक कि नेशनल कॉन्फ्रेंस क्लीन स्वीप भी कर सकती है. केवल पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और विधायक सज्जाद लोन ने कल होने वाले चुनाव में मतदान से दूर रहने की घोषणा की है.

नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन-लाइन व्हिप जारी की

इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 24 अक्टूबर को होने वाले राज्यसभा चुनावों से पहले अपने सभी विधायकों को तीन-लाइन व्हिप जारी किया है. मुख्य सचेतक मुबारक गुल द्वारा बुधवार को जारी इस निर्देश के अनुसार, पार्टी के सभी विधायकों के लिए विधानसभा में उपस्थित रहना और पार्टी के निर्देशों के अनुसार मतदान करना अनिवार्य है.