जम्मू-कश्मीर में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है. जम्मू में भारी बारिश के बाद जनजीवन अस्त-व्यस्त है. ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. जलजमाव की समस्या से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच सरकार ने खराब मौसम को देखते हुए स्कूलों को लेकर बड़ा फैसला लिया है. जम्मू डिवीजन में सोमवार (25 अगस्त) को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है.
इस संबंध में जम्मू कश्मीर सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से एक आदेश पत्र भी जारी किया गया है. इसमें कहा गया, ''खराब मौसम को देखते हुए, यह आदेश दिया जाता है कि जम्मू डिवीजन के सभी सरकारी और निजी स्कूल कल बंद रहेंगे.'' आदेश की कॉपी संबंधित विभागों को भी भेजी गई है.
जम्मू में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
जम्मू में पिछले 24 घंटों में सुबह 8.30 बजे तक 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई. अगस्त के महीने में अब तक हुई इस तरह की बारिश सदी में दूसरी बार हुई है. अगस्त में अब तक की सबसे अधिक बारिश 228.6 मिमी रही, जो पांच अगस्त, 1926 को दर्ज की गई थी, जबकि इससे पहले 11 अगस्त, 2022 को 189.6 मिमी बारिश हुई थी.
लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों से लोगों को दूर रहने की सलाह
अधिकारियों ने लोगों को जलाशयों और लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्रों से दूर रहने के लिए परामर्श जारी किया है, क्योंकि 27 अगस्त तक मध्यम से तीव्र बारिश के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बादल फटने, अचानक बाढ़ और लैंडस्लाइड का पूर्वानुमान जताया गया है. उधर जम्मू स्थित आईआईआईएम कैंपस में बहुत ज्यादा पानी भर गया. जिसके बाद यहां पर बचाव अभियान चलाया गया.
आईआईआईएम के कम से कम 45 छात्रों को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और पुलिस के संयुक्त अभियान में सुरक्षित निकाल लिया गया. छात्रावास कैंपस का अंडरग्राउंड हिस्सा बाढ़ के पानी में डूब गया था, जिससे ये स्टूडेंट वहीं फंस गये थे. जलभराव वाले इलाकों को साफ करने, जल निकासी व्यवस्था बहाल करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है.