नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने वक्क कानून पर अपनी प्रतिक्रिया दी. सोमवार (7 अप्रैल) को उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस इस बिल के खिलाफ है. कई पक्ष इस वक्त सुप्रीम कोर्ट हैं इसलिए स्पीकर (जम्मू-कश्मीर) ने डिबेट नहीं होने दी. क्योंकि मसला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. हमें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इंसाफ करेगा. गांदरबल में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मैं वक्फ पर किसी से बात नहीं करूंगा. जो बात करनी है वो सीएम करेंगे.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में जमकर हंगामा
दरअसल, सोमवार (7 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर विधानसभा में वक्फ कानून से जुड़ा प्रस्ताव खारिज कर दिया गया. विधानसभा के स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने वक्फ पर चर्चा के लिए प्रश्नकाल स्थगित करने प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया. ये प्रस्ताव नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक नजीर गुरेज़ी और तनवीर सादिक ने दिया था. इसके बाद जमकर हंगामा हुआ. हंगामा इतना हुआ कि दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. कांग्रेस और बीजेपी के विधायकों में हाथापाई की नौबत आ गई. तीसरी बार स्पीकर ने दिन भर के लिए कार्यवाही को स्थगित कर दिया.
गृहमंत्री के कश्मीर दौरै पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?
जब फारूक अब्दुल्ला से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे पर प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा, "वो तो आते रहते हैं. अच्छी बात है. यहां आकर देखेंगे कि यहां के हालात कैसे हैं. हमारे बॉर्डर्स के हालात कैसे हैं. हमारी रियासत के हालात कैसे हैं. उम्मीद है कि बहुत जल्द ही स्टेटहुड को वापस करेंगे. उम्मीद पर जहान कायम है. उम्मीद नहीं होती तो इंसान मर जाता. उम्मीद पर ही इंशा अल्लाह हम लोग जिंदा हैं. उनसे उम्मीद करते हैं कि हमारे मुश्किलों को दूर करें."
वक्फ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कई नेता
बता दें कि वक्फ कानून के खिलाफ कई पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं. इनमें बिहार के किशनगंज के कांग्रेस सांसद मोम्मद जावेद, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल शामिल हैं.