पहलगाम आतंकी हमले पर जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने शुक्रवार (2 मई) को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बिना लोकल सपोर्ट के ऐसी घटना नहीं हो सकती. उन्होंने कहा, "मैं नहीं समझता हूं कि ये चीजें हो सकती है जब तक कोई इनका साथ न दें. वो वहां से आए, किस तरह आए?"

मैंने कहा था मौलाना अजहर को मत छोड़िए- फारूक अब्दुल्ला

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मैंने पहले भी कहा था जब मौलाना अजहर को छोड़ा था. मैंने कहा था मत छोड़िए. क्योंकि ये जानता है. इसने अपने रास्ते बना रखे हैं. और क्या पता है, उनका हाथ भी इसमें होगा. मगर किसी ने मेरी बात मानी नहीं... बच्चों को मारा है यहां पर. मेरे एमएलए को घर जाकर मारा. मेरे चचेरे भाई को घर में गोली मार दी. बड़ी मुश्किल से हमने इनको पकड़ा था. मगर वो जहाज ले गए थे कंधार और उसमें हमारा कुछ नहीं सुना इन्होंने."

सिंधु जल समझौते पर क्या बोले?

सिंधु जल समझौते पर उन्होंने कहा, "हम सालों से कह रहे हैं कि इस संधि पर फिर से बातचीत होनी चाहिए. क्योंकि हम लोग बिजली तो बना रहे हैं मगर उसमें भी उनके (पाकिस्तान) के लोग आते हैं, देखते हैं. पानी हमारा है. हम लोगों का भी हक है न इसमें."

'आज मैं समझता हूं बेहतरीन वक्त...'

इसके आगे उन्होंने कहा, "आज देखिए जम्मू में पानी की जबरदस्त कमी है. मेरे वक्त में हमने 200 करोड़ का एक प्लान बनाया था, चीनाब से पानी जम्मू लाने के लिए. मगर वर्ल्ड बैंक ने सपोर्ट नहीं किया. आज मैं समझता हूं बेहतरीन वक्त है कि वहां से इस पर काम शुरू किया जाए कि जम्मू को पानी मिले. हमारा पानी है और हम लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते ये कैसे हो सकता है. 

गौरतलब है कि पहलगाम के बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी. वहां घूम रहे लोगों से आतंकियों ने उनका धर्म पूछा और गोली मार दी.