Dargah Hazratbal Shrine Video News: हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो को लेकर दरगाह हजरतबल प्रशासन ने सफाई दी है. वीडियो में ज़बरवान पहाड़ों के बैकग्राउंड में पर्यटकों के एक समूह को नाचते हुए दिखाया गया था, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया.
हालांकि, प्रशासन ने इस वीडियो को पुराना करार देते हुए गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है. हाल ही में गुलमर्ग फैशन में शो के बाद काफी बवाल हुआ जिसके बाद ये वीडियो वायरल हुआ था.
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ वीडियोयह वीडियो इंस्टाग्राम हैंडल Koode.in समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया गया था, जिसमें बर्फ से ढके इलाके में कुछ लोग बॉलीवुड गाने पर नाचते हुए नजर आ रहे हैं. यह दावा किया गया कि यह स्थान दरगाह हजरतबल के पास स्थित है, जहाँ पैगंबर मोहम्मद के पवित्र अवशेष (दाढ़ी के बाल) रखे हुए हैं.
प्रशासन ने बताया वीडियो पुरानादरगाह हजरतबल प्रशासन ने इस मामले पर साफ किया कि वीडियो हाल ही में नहीं बनाया गया है. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "पूरी जांच के बाद हमें पता चला कि यह वीडियो 30 दिसंबर 2024 को अपलोड किया गया था. वीडियो में भारी बर्फबारी साफ दिख रही है, जो इसे हालिया बताने के दावे को गलत साबित करता है. यह वीडियो भ्रामक है और इसे ग़लत मंशा से फैलाया जा रहा है."
अधिकारियों ने चिंता जताई कि इस तरह के पुराने वीडियो को दोबारा साझा करना गलत सूचनाओं को बढ़ावा देता है और सार्वजनिक शांति भंग कर सकता है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन की जनता से अपीलसोशल मीडिया पर तेजी से फैलने वाली गलत सूचनाओं को लेकर प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी संवेदनशील वीडियो या खबर को साझा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करें, ताकि घाटी में सांप्रदायिक सौहार्द और पर्यटन पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े.
इससे पहले भी विवादों में आ चुके हैं ऐसे वीडियोइससे पहले, गुलमर्ग में रमज़ान के पवित्र महीने के दौरान एक फैशन शो का वीडियो वायरल हुआ था, जिसे लेकर व्यापक निंदा हुई थी. इस मामले में आयोजकों, डिजाइनरों और मॉडलों को अदालती नोटिस भी जारी किए गए थे.
अब हजरतबल परिसर से जुड़े इस वीडियो ने फिर से बहस छेड़ दी है. प्रशासन ने कहा है कि वे इस मामले में आवश्यक कदम उठाएंगे और धार्मिक स्थलों की गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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