Himachal Fancy Number Portal: हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग ने फैंसी नंबर पोर्टल में जरूरी बदलाव पूरे कर लिए हैं. परिवहन विभाग ने शरारती तत्वों से बचने के लिए यह जरूरी बदलाव पूरे किए हैं. परिवहन विभाग के निदेशक अनुपम कश्यप ने बताया कि विभाग ने वाहनों के लिए अपना मनपसंद का फैंसी नंबर लेने के लिए संशोधित ई-ऑक्शन प्रणाली दोबारा शुरू कर दी है. यह प्रणाली 16 मई से लागू हो चुकी है. शुरुआती चरण में संशोधित प्रणाली को बैजनाथ और शिमला शुरू किया गया है. इसके सफल होने के बाद आने वाले दिनों में से पूरे प्रदेश में लागू कर दिया.


उप मुख्यमंत्री ने दिए थे सख्ती के निर्देश


हिमाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और परिवहन विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुकेश अग्निहोत्री ने विभाग को फैंसी नंबर पोर्टल पर जरूरी बदलाव करने के सख्त निर्देश दिए थे. उप मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद विभाग ने ई-ऑक्शन प्रणाली में संशोधन पूरा कर दिया है.


30 फ़ीसदी एडवांस राशि करानी होगी जमा


ई- ऑक्शन प्रणाली के मुताबिक अब आवेदनकर्ता सोमवार से लेकर शनिवार तक विभाग के पोर्टल पर अपनी पसंद का विशेष नंबर ले सकेंगे. यह बोली ऑनलाइन माध्यम से लगाई जाएगी. बोली के लिए दो हजार रुपए का पंजीकरण शुल्क जमा कराना होगा. रविवार के दिन इन नंबरों का परिणाम 5 बजे के बाद आएगा. पंजीकरण करवाने वाले आवेदनकर्ता को फैंसी नंबर के लिए निर्धारित मूल्य का 30 फ़ीसदी पहले ही जमा कराना होगा. यदि किसी कारण से आवेदनकर्ता फैंसी नंबर की राशि जमा नहीं करवा पाता है, तो उसे 30 फ़ीसदी की एडवांस राशि भी वापस नहीं होगी और उस राशि को सरकारी कोष में जमा कर दिया जाएगा.


17 फरवरी को हुई थी ऑनलाइन बीडिंग


बता दें कि 17 फरवरी को वीवीआईपी नंबर की ऑनलाइन बीडिंग हुई. इस वीआईपी नंबर के लिए करोड़ों रुपए की बोली लगी. वीवीआईपी नंबर HP-99-9999 खरीदने के लिए एक करोड़ 1 करोड़ 12 लाख 15 हजार 500 रुपए की बोली लगाई थी. दूसरे बोली दाता नाम संजय कुमार ने 1 करोड़ 11 हजार रुपए की बोली लगाई थी. संजय कुमार ने ऑनलाइन बिडिंग में अपना पता ब्लॉक नंबर वन, हाउस नंबर 2, होटल पीटरहॉफ शिमला भरा था, जबकि देसराज ने अपना पता थाना 192, तहसील बद्दी, जिला सोलन भरा था. तीसरे बोली दाता धर्मवीर सिंह ने अपना पता वार्ड नंबर 4, गांव कंडवाल, तहसील नूरपुर, जिला कांगड़ा भरा था. विभाग ने इस घटना से सीख लेते हुए अब पोर्टल पर जरूरी बदलाव कर दिए हैं.